मुख्य न्यायाधीश ने राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय का किया निरीक्षण
जिला एवं सत्र न्यायालय बिलासपुर के विस्तार भवन का निर्माण कार्य समयावधि में पूर्ण करने के दिए निर्देश रायपुर /...
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नई दिल्ली में भाषा उत्सव एवं भाषा प्रौद्योगिकी समागम में छत्तीसगढ़ का लगा स्टॉल केन्द्रीय मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान और...
मुख्यमंत्री ने आम नागरिकों से की थी स्वच्छता के लिए श्रमदान की अपील उत्साह के साथ अपने आसपास के इलाकों...
रायपुर /कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान द्वारा वन्यप्राणी संरक्षण सप्ताह के उपलक्ष्य में 01 अक्टूबर 2023 को तीरथगढ़ में ‘चिरई संरक्षण...
तंबाकू नियंत्रण के लिए राज्य में ‘एमपावर’ नीति लागू की जा रही सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान निषेध की 15वीं वर्षगांठ...
कौशल्या माता मंदिर, महंत घासीदास संग्रहालय और तक्षक ईको फार्म में श्रमदान कर लोगों ने की साफ-सफाई आसपास के क्षेत्रों...
रायपुर, /राज्य के वन मंडल कटघोरा के अंतर्गत वन परिक्षेत्र एटमानगर के बुका पर्यटन केन्द्र से हाथी मानवद्वंद जागरूकता कार्यक्रम...
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज की पत्रकार वार्ता हम नगरनार संयंत्र के निजीकरण का विरोध करेंगे बस्तर...
रायपुर,1 अक्टूबर 2023/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लालबहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें याद करते हुए स्मरण किया। विस् अध्यक्ष डॉ. महंत ने कहा, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अपने अथक प्रयासों के बल पर अंग्रेजों से भारत को आजाद कराया, यही नहीं इस महापुरुष ने अपना पूरा जीवन राष्ट्रहित में लगा दिया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पास सत्य और अहिंसा दो हथियार थे, जिन्होंने इसे भयावह और बेहद कठिन परिस्थितियों में अपनाया। शांति के मार्ग पर चलकर बड़े से बड़े आंदोलनों में आसानी से जीत हासिल की बल्कि बाकी लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत भी बने। उन्होंने कहा, महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता और बापू जी के नामों से भी पुकारा जाता है, वे सादा जीवन, उच्च विचार की सोच वाली शख्सियत थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन सदाचार में गुजारा । वे अपने व्यक्तित्व का प्रभाव न सिर्फ भारत में ही बल्कि पूरी दुनिया में डाला। महात्मा गांधी कोई भी फॉर्मूला पहले खुद पर अपनाते थे और फिर अपनी गलतियों से सीख लेने की कोशिश करते थे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी हमेशा कहते थे, बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो और बुरा मत कहो । वे आदर्शों पर चलने वाले व्यक्ति थे और उनके जीवन के इन्हीं आदर्शों ने उन्हें राष्ट्रपिता की संज्ञा दिलवाई । विस् अध्यक्ष डॉ. महंत ने कहा कि, आज ही के दिन लाल बहादुर शास्त्री जी का भी जन्मदिन है, लाल बहादुर शास्त्री को न सिर्फ एक सच्चे देशभक्त और महान स्वतंत्रता सेनानी के रुप में जाना जाता है, बल्कि उनकी छवि एक दूरदर्शी, ईमानदार और निष्ठावान राजनेता के रुप में है। जिन्होंने अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान देश को कई संकटों से उबारा एवं देश की उन्नति एवं विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। शास्त्री जी ने दुग्ध उत्पादन की बढ़ोतरी के लिए ‘श्वेत क्रांति’ को भी बढ़ावा दिया था।
रायपुर/2023/ गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के द्वितीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें...