भाजपा का सवाल: मंत्रियों के बीच मुठभेड़ के हालात कहीं नूराकुश्ती तो नही?

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रायपुर , 6 फरवरी 2020 — भारतीय जनता पार्टी ने धान खरीदी की समय-सीमा को लेकर प्रदेश सरकार के ही मंत्रियों के अलग-अलग सुरों पर कटाक्ष किया है। भाजपा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा समय-सीमा बढ़ाने की बात कहने के बावजूद खाद्य मंत्री अमरजीत भगत द्वारा समय-सीमा नहीं बढ़ाने के एलान और अब स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा समय-सीमा बढ़ाने की मांग से साफ है कि प्रदेश सरकार अनियोजित नीति-कार्यक्रमों और राजनीतिक नेतृत्व की दिशाहीनता के अभिशाप से ग्रस्त हो चली है और सरकार की कुनीतियों व दिशाहीनता ने प्रदेश के लाखों किसानों को जलील कर रखा है।
प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि हमारी यह आशंका हर मौके पर पुष्ट हुई है कि प्रदेश सरकार किसानों के साथ छल-कपट करने पर आमादा है। एक माह की देर से धान खरीदी शुरू करके ही प्रदेश सरकार ने यह मंशा जाहिर कर दी थी कि वह प्रदेश के सभी किसानों का पूरा धान नहीं खरीदेगी। इसके लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपनी बदनीयती का ठीकरा केन्द्र सरकार पर फोड़ने की सियासी नौटंकी भी रची और फिर 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल में धान खरीदने के अपने वादे से ही प्रदेश सरकार मुकर गई। धान खरीदी से बचने के लिए खेती के लाखों एकड़ रकबे को घटाने तक का कृत्य इस सरकार ने किया। किसानों को रोज-रोज नए नियमों में उलझाया और फिर धान की लिमिट तय करके खरीदी की रफ्तार को प्रभावित किया। खरीदी केन्द्रों से धान के उठाव के इंतजाम नहीं होने के कारण भी किसान अपना धान बेचने के लिए मोहताज रहे।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि अब जब प्रदेश सरकार का यह जिम्मा है कि अपने वादे के मुताबिक हर किसान का धान खरीदे तो वह किसानों की अनदेखी कर समय-सीमा बढ़ाने पर भी सियासी नौटंकियों को बढ़ावा दे रही है। श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री बघेल बजाय इधर-उधर की बातों में वक्त जाया करने के, प्रदेश के किसानों की दिक्कतों पर संजीदा हों। पंचायत चुनाव के दौरान किसानों को मियाद बढ़ाने के दिए गए भरोसे को तो वे कायम रखें और यह साफ करें कि मुख्यमंत्री का दिया भरोसा कायम रहेगा या खाद्य मंत्री का मियाद नहीं बढ़ाने का एलान? प्रदेश सरकार अपनी दिशाहीनता से उबरे और किसानों के हित में निर्णय लेकर धान खरीदी की मियाद 15 मार्च तक बढ़ाए और मंत्रियों के बयानों की फिजूल की सियासी नौटंकियां खेलने से बाज आए। श्री कौशिक ने कहा कि मंत्रिमंडल सामूहिक जिम्मेदारी के आधार पर चलता है। कांग्रेस सरकार के मंत्रियों के बीच मुठभेड़ की स्थिति से लोग पसोपेश में है और यह आशंका बढ़ रही है कि इस तरह की नूराकुश्ती कर वास्तविक विषयों से लोगों का ध्यान भटकाने की साजिश भी रची जा रही होगी। उन्होंने ऐसे तमाम नाटक छोड़कर वादे के मुताबिक किसानों का धान खरीदने की चेतावनी दी है।

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