किसानों के नाम पर धरने से भाजपा की किसान विरोधी राजनीति उजागर — शैलेश नितिन

0

 

धान खरीदी का सच भाजपा बेनकाब

 

रायपुर/22 फरवरी 2020 —  भाजपा के धरने पर प्रतिक्रिया देते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा की किसानों को लेकर की जा रही राजनीति और किसान विरोधी चरित्र उजागर हुये है। जब राज्य में भाजपा की रमन सरकार थी तब मोदी सरकार ने कहा था 300 रू. बोनस नहीं देना है तो भाजपा सरकार चिट्ठी लिखकर रह गयी। न किसानों को बोनस दिया न मोदी सरकार के खिलाफ धरना दिया। जब मोदी सरकार ने 300 रू. बोनस देने से रोका तब भाजपा खामोश रही। जब छत्तीसगढ़ सरकार ने कहा कि 2500 रू. देंगे और मोदी सरकार ने रोका तब भी भाजपा ने इस किसान विरोधी फैसले के खिलाफ धरना नहीं दिया। किसानों के हितैषी होते तो तब भी धरना देते। इस बार तो भाजपा ने छत्तीसगढ़ के किसानों के लिये चिट्ठी भी नहीं लिखी। 17 लाख किसानों ने केन्द्र की मोदी सरकार को पत्र लिखा लेकिन भाजपा ने तो धरना देना तो दूर एक चिटी लिखना तक जरूरी नहीं समझा। भाजपा के लोकसभा सदस्यों में से कोई भी किसानों के साथ खड़ा नहीं हुआ।
भाजपा के आज के धरने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा को धरना तब करना था जब मोदी सरकार ने कहा था किसानों को 2500 रू. मत दो। तब तो किसानों के लिये भाजपा चिट्ठी भी नहीं लिखी। आज के भाजपा के धरने से भाजपा की किसानों को लेकर की जा रही राजनीति और किसान विरोधी चरित्र दोनों हुआ बेनकाब।
भाजपा सरकार में धमतरी में किसानों पर किया गया बर्बर लाठीचार्ज अभी तक छत्तीसगढ़ के लोग नहीं भूले है। भाजपा सरकार में ही अभनपुर के किसान की अश्रुगैस का गोला फटने से मौत की घटना सबका अभी तक याद है। अभनपुर में पुलिस की अश्रुगैस लाठी से किसान केजूराम बारले की मौत हो गयी। आरंग के रीवा गांव का किसान गोकुल साहू सहित सैकड़ों किसान खेतों को पानी नहीं मिलने के कारण और कर्ज के बोझ तले आत्महत्या कर चुके है। सैकड़ों किसानों ने भाजपा के 15 साल के शासनकाल में आत्महत्या की है। भाजपा अपने किसान विरोधी रवैये का फल भुगत ही रही है।

भाजपा ने धान खरीदी पर घोटाले किये है। किसानों को लूटा है। घोटाला और लूट पर रोक लगी है। इसलिये भाजपा किसानों का मुखौटा लगाकर आंदोलन कर रही है।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *