भाजपा शीर्ष नेतृत्व में पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह को इशारों में सन्यास दे दिया है-कांग्रेस
दिल्ली विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक ना बनाना ही स्पष्ट संकेत है-विकास तिवारी
रायपुर /22 जनवरी 2020 — छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रवक्ता विकास तिवारी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में जारी किए गए भाजपा और कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारको की सूची पर कहा कि एक ओर जहां छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कद दिन प्रतिदिन देश की राजनीति में बढ़ रहा है और उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के द्वारा जारी किए गए स्टार प्रचारकों की सूची में स्थान दिया गया है इसके पूर्व भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा झारखंड,ओडिशा,महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों के चुनाव में स्टार प्रचारक बनाया गया था जहां पर कांग्रेस पार्टी गठबंधन की सरकार स्थापित हुई वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह को पहले जहां झारखंड, उड़ीसा, महाराष्ट्र के चुनाव से दूर रखा गया था वहीं अब भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा आगामी दिनों में संपन्न होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में जारी किए गए स्टार प्रचारकों की सूची से भी डॉ रमन सिंह का नाम जोड़ा ही नही गया है।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि इसके पूर्व अन्य राज्य के चुनावों में जारी स्टार प्रचारकों की सूची में नाम नही आने पर कांग्रेस पार्टी की ओर से यह मांग की गई थी कि अगर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह की उपयोगिता किसी भी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नहीं करा रहा है और उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर शोपीस बना कर बैठा दिया है इसे स्पष्ट तो संकेत है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह को अघोषित रूप से सन्यास दे दिए हैं और इससे यह भी स्पष्ट हो जाता है कि डॉ रमन सिंह जी की पूछ परख अब दिल्ली में नहीं हो रही है इस बात का एक और उदाहरण सामने आता है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भाजपा अपने स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल तो करती है पर डॉ रमन सिंह से अब वह कन्नी काटना चाहती है।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ आग्रह किया है कि जिस तरह से भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उन्हें अनदेखा कर रही है उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के बावजूद तवज्जो नही दे रही है तो यह सही समय है कि उन्हें अब सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लेना चाहिए।