नारायणपुर जिले को कुपोषण मुक्त करने हो रहे प्रयासों की हुई समीक्षा
माड़ के दुरूह गांवों तक मलेरिया की जाँच करने पहुँची स्वास्थ्य विभाग की टीम
नवाचार से जोड़ने सुझाव दिया प्रभारी सचिव डा प्रियंका शुक्ला ने
जगदलपुर/नारायणपुर — नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के दुरूह गांवों तक हेल्थ टीम पहुंचने लगी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की एमडी और जिले की प्रभारी सचिव डा प्रियंका शुक्ला ने मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के क्रियान्वयन की समीक्षा की। उनके द्वारा हर मुश्किल पार मलेरिया जाँच करने क्षेत्र के दूरस्थ इलाक़ों तक पहुँच रहे मैदानी अमले की भूरि भूरि प्रशंसा भी की गयी
प्रभारी सचिव के आगमन उपरांत यूनीसेफ और न्यूट्रीशन इंटरनेशनल व्दारा सुपोषण के संबंध में एक कार्यशाला का आयोजन भी किया गया।
इसके बाद शाम को वे जिला हास्पिटल का निरीक्षण करने पहुंचीं। उनके साथ आए राज्य स्तरीय दल को उन्होंने जिला हास्पिटल की आवश्यकताओं का आंकलन कर आवश्यक सहयोग प्रदान करने निर्देशित किया।
प्रभारी सचिव डा शुक्ला देर रात तक सर्किट हाऊस में जिले के स्वास्थ्य अफसरों की बैठक लेकर मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य को लेकर कार्ययोजना तैयार करने में व्यस्त थीं। उन्होंने हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों से अभिमत लिया और सुपोषण के लिए किए जा रहे प्रयासों को प्रभावी नवाचार से जोड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। जिले के पहुंचविहीन और दूरस्थ गांवों तक डिपार्टमेंट की पहुंच कायम होने को बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है। इससे न केवल लोगों की सेहत संवारी जा सकेगी, बल्कि उन गांवों में मातृ और शिशु स्वास्थ्य की दिशा में भी बेहतर कामकाज करने में मदद मिलेगी। डा शुक्ला ने मलेरिया जांच के लिए सघन अभियान चलाने और किसी भी ग्रामीण को न छूटने पर जोर दिया। पॉजीटिव पाए जाने वालों को तत्काल उपचार मुहैया करवाने निर्देशित किया। उनका मानना है कि बस्तर संभाग में मलेरिया की बड़ी वजह कुपोषण और एनीमिया है, लिहाजा टीम भावना के साथ सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है।
बच्चे करेंगे जागरूक
डा शुक्ला ने दिए अपने सुझावों में यह भी कहा कि छोटे बच्चों को मलेरिया के विषय में कविताओं के माध्यम से जागरूक करने का प्रयास किया जा सकता है। स्कूल सहित अन्य प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर स्थानीय भाषा में नारे लिखकर भी लोगों तक संदेश पहुंचाया जा सकता है। जिले के प्रत्येक हिस्से तक मलेरिया मुक्त अभियान की पहुंच कायम करने डा शुक्ला ने जोर दिया।
छोटे बच्चों को कविताओं के माध्यम से करेंगे मलेरिया के प्रति जागरुक
बनेगी कार्ययोजना-
महिला बाल विकास, एसएचजी, स्वास्थ्य विभाग के साथ ही दूसरे विभागों की संयुक्त बैठक में कुपोषण दूर करने और स्थानीय लोगों के खान पान को समझकर क्षेत्र आधारित कार्ययोजना तैयार करने निर्देशित किया। स्वास्थ्य सुविधा और अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों की पहुंच दूरस्थ और कठिनतम् क्षेत्रों (अबूझमाड़) में रह रहे प्रत्येक जन तक पहुंच रही सेवाओं की कवरेज पर अधिकारी, कर्मचारी और फील्ड स्टाफ के काम पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आगे भी निरंतर प्रयास करते रहने डा शुक्ला ने प्रोत्साहित किया। कलेक्टर पीएस एल्मा ने कार्य वृतांत बताया। जिपं सीईओ प्रेमप्रकाश पटेल, एसडीएम निलेश नाग बैठक में मौजूद थे।
एक दिवसीय भ्रमण पर नारायणपुर पहुंचीं प्रभारी सचिव ने मलेरिया मुक्त अभियान के अंतर्गत फील्ड स्टाफ से फीडबैक प्राप्त किया।