बस्तर में दो बड़े वारदात… कंही नक्सलियों ने दी घटना को अंजाम तो कंही जवान ने खुद को मारी गोली ।
नक्सलियों ने की जवान की अपहरण कर हत्या.. इधर दंतेवाड़ा में STF के जवान ने खुद को गोली मारकर की खुदकुशी… दो साल में अबतक 50 जवानों ने की हैं आत्महत्या
दंतेवाड़ा , सुकमा 12 मार्च 2020 — बस्तर में बीती रात हुई दो अलग-अलग घटनाओं में दो जवानों की मौत हो गई। पहली घटना सुकमा की है, जहां नक्सलियों ने एक सहायक आरक्षक को अगवा कर हत्या कर दी है। मृतक की पहचान कडती कन्नी के रूप में की गई है। जवान डीआरजी में सहायक आरक्षक के पद पर पदस्थ थे। माओवादियों ने कल उसका अपरहण कर लिया था।
बताया गया है कि होली के अगले दिन बुधवार को वह अपने गांव आरगट्टा गया था। नक्सलियों को सूचना मिलते ही गांव से अपहरण करके ले गए थे।
ग्रामीणों के माध्यम से परिजनों को सूचना मिली। नक्सलियों ने बीती रात उसकी हत्या कर शव को गाँव के समीप जंगल में फेंक दिया है।
दोरनापाल थाना क्षेत्र का यह मामला है। सुकमा एसपी शलभ सिन्हा ने घटना की पुष्टि की है।
दूसरी घटना दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र की है। पोटाली कैंप के एक जवान ने आज अलसुबह साढ़े चार बजे सर्विस रायफल से खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। जवान अपने बैरक से निकलकर गले में राइफल टिकाकर गोली चलाई है।
एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि आरक्षक एसटीएफ-20 बटालियन का रामाराम स्वामी है।
वह मूलत: ग्राम-पोस्ट चला, जिला सीकर, राजस्थान का निवासी था।
पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजने की तैयारी कर रही है।
आत्महत्या की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। पुलिस जांच में जुटी है।
बताया जा रहा कि जवान किसी बात को लेकर मानसिक तनाव के दौर से गुजर रहा था।
छत्तीसगढ़ सरकार ने पिछले महीने विधानसभा में बताया था कि राज्य में पिछले लगभग दो वर्ष के दौरान पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 50 जवानों ने आत्महत्या की है। इनमें से 18 जवानों ने राज्य के बस्तर क्षेत्र के छह जिलों में आत्महत्या की है।