यूनिवर्सल हेल्थ केयर का विरोध भाजपा की जनविरोधी मानसिकता को दर्शाता है — सुशील आनंद शुक्ला
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी द्वारा राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश के लोगों के ईलाज के लिये लागू की जाने वाली यूनिवर्सल हेल्थ केयर योजना का विरोध भाजपा की जन स्वास्थ्य विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि दुर्भाग्यजनक है कि भाजपा लोगों के स्वास्थ्य और ईलाज जैसे विषयों पर अनर्गल बयानबाजी कर रही है जो काम 15 सालों में भाजपा की सरकार नहीं कर पाई उसे यदि कांग्रेस की सरकार कर रही है तो इसमें भी भाजपा आपत्ति कर रही है। भारतीय जनता पार्टी 15 वर्षो में बदहाल हो चुकी राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के प्रयास का विरोध कर रही है। भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार की प्राथमिकता में लोगों का ईलाज और उनका स्वास्थ्य था ही नहीं। यही कारण है कि राज्य के 85 फीसदी से अधिक आबादी इलाज के लिये जिन पर आश्रित है ऐसे सरकारी जिला अस्पताल, स्वास्थ्य केन्द्र, उपस्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों को भाजपा सरकार ने सुविधाहीन बना कर रख दिया था। राज्य के 80 फीसदी से अधिक शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र चिकित्सकविहीन थे। इन स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सक के साथ अन्य चिकित्सिकीय कमियों की भर्तियां नहीं की गयी थी। सरकारी अस्पतालों में आवश्यक दवाईयों और जांच की व्यवस्था नहीं की जाती थी। राज्य की नई कांग्रेस सरकार यूनिवर्सल हेल्थ केयर के माध्यम से प्रदेश के हर नागरिक को ईलाज की सुविधा उपलब्ध करवाने जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में प्रस्तुत राज्य के बजट में भी यूनिवर्सल हेल्थ केयर के 500 करोड़ रू. का प्रावधान किया है। शीघ्र ही प्रदेश में शासकीय चिकित्सालयों, स्वास्थ्य केन्द्रों में डॉक्टरों और अन्य मेडिकल स्टाफ की भर्ती शुरू की जायेगी। अस्पतालों में दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। आवश्यक उपकरणों को मुहैय्या करवाया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा की मानसिकता ही ठेके पर काम और काम चलाऊ कमीशनखोरी वाली व्यवस्था की बन चुकी है। इसीलिये वह यूनिवर्सल हेल्थ केयर योजना में नुक्ता चीनी निकाल रही है। भाजपा के राज में स्मार्ट कार्ड से ईलाज का क्या हश्र हुआ यह सभी जानते है। मोदी की आयुष्मान भारत योजना भी कागजी साबित हुई। इन फर्जी योजनाओं का प्रतिकार कर कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के नागरिकों के लिये गुणवत्तायुक्त और राज्य पोषित दीर्घकालीन ईलाज की व्यवस्था करने जा रही है तो इसमें भाजपाईयों को पीड़ा हो रही है।