मुख्यमंत्री की पहल पर 3 लाख 31 हजार जरूरतमंदों और गरीबों के लिए की गई भोजन और राशन की व्यवस्था…
रायपुर, 07 अप्रैल 2020 — मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशन पर कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए घोषित लॉकडाउन में उत्पन्न परिस्थितियों के कारण प्रदेश के सभी जिलों में जरूरतमंद गरीबों, मजदूरों एवं निराश्रितों को छह अप्रैल को लगभग तीन लाख 31 हजार लोगों को निःशुल्क भोजन एवं राशन सामाग्री पहुंचाया गया हैं। इसके साथ ही कोरोना के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लगभग एक लाख 85 हजार गरीबों एवं असहायों को मास्क और सेनेटाइजर का वितरण किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अपील पर जरूरतमंदों की मदद के लिए राज्य सरकार एवं स्वयं सेवी संस्थानों द्वारा पूरे प्रदेश में जगह-जगह राहत शिविर के माध्यम से गरीबों, असहायों और निाराक्षितों को निःशुल्क भोजन, राशन, मास्क सेनेटाइजर आदि जररूरत की सामानों की व्यवस्था की जा रही है।
प्रदेश में 6 अप्रैल को प्रदेश के सभी 28 जिलों में लगभग तीन लाख 31 हजार लोगों को निःशुल्क भोजन एवं राशन उपलब्ध कराने के साथ ही एक लाख लाख 85 हजार लोगों को आवश्यक मदद एवं मास्क आदि का वितरण किया गया है।
राज्य शासन एवं समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से रायपुर जिले में 16 हजार 677 लोगों को निःशुल्क भोजन एवं राशन प्रदाय किए जाने के साथ ही उन्हें कोरोना संक्रामक बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए मास्क एवं अन्य सामाग्री का वितरण किया गया है।
इसी तरह सुकमा जिले में 10,657, राजनांदगांव में 15,217, रायगढ़ में एक हजार 669, बस्तर में 27 हजार 336,, कांकेर में 33 हजार 378, बीजापुर में 13 जशपुर में एक हजार 90, कोरिया में 21 हजार 372 को निःशुल्क भोजन, राशन एवं अन्य सहायता उपलब्ध करायी गई हैं।
सूरजपुर में तीन हजार 356, बालोद में दो हजार 652, कबीरधाम में 974, बलौदाबाजार में सात हजार 389, धमतरी में दो हजार 130, दुर्ग में एक लाख 08 हजार 362, महासमुंद में 831, बलरामपुर में पांच हजार 485, कोरबा में सात हजार 646, सरगुजा में दो हजार 261, जांजगीर-चांपा में एक हजार 636, बिलासपुर में छह हजार 90 को निःशुल्क भोजन, राशन एवं अन्य सहायता उपलब्ध करायी गई हैं।
कोण्डागांव में दो हजार 82, दंतेवाड़ा में 24 हजार 287, बेमेतरा में 75, गरियाबंद में 14 हजार 318, नारायणपुर में 859, मुंगेली में 11 हजार 672, तथा गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में एक हजार 231 जरूरतमंदों को निःशुल्क भोजन, राशन एवं अन्य सहायता उपलब्ध करायी गई हैं।