‘पढ़ई तुंहर दुआर‘: एक सप्ताह में ही 4.72 लाख स्टूडेंट और 1.15 लाख टीचर ने कराया रजिस्ट्रेशन , वेबसाइट में अबतक 53 लाख से अधिक लोगों ने किया विजिट…
वेबसाइट में अब तक 53 लाख से अधिक लोगों ने किया विजिट
स्कूली बच्चों की आॅनलाइन पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री द्वारा 7 अप्रैल को किया गया शुभारंभ
रायपुर, 14 अप्रैल 2020 — प्रदेश के स्कूली बच्चों के लिए घर पर ही रहकर आॅनलाइन पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 7 अप्रैल को प्रारंभ किए गए ’पढ़ई तुंहर दुआर’ में एक सप्ताह में ही 4 लाख 60 हजार 945 छात्र-छात्राएं और एक लाख 13 हजार 802 शिक्षकों ने अपना पंजीयन करा लिया है। इसके साथ ही मात्र एक सप्ताह में 53 लाख से अधिक लोगों ने इस वेब पोर्टल पर विजिट किए हैं।
गौरतलब है कि राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग के राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा घर पर रहकर पढ़ाई करने हेतु शुरू किए गए आॅनलाइन पोर्टल ‘पढ़ई तुंहर दुआर‘ में अब तक 1833 वीडियो अपलोड हो चुके है। इसके साथ ही पोर्टल पर 1336 फोटो, 410 (कोर्स) पाठ्यक्रम सामग्री, 61 आॅडियो उपलब्ध कराया गया है। इस सुविधा से बच्चे टेक्नोलाॅजी का सही उपयोग कर घर पर ही रहकर पढ़ाई कर सकेंगे। इस व्यवस्था के तहत अब कोई भी शिक्षक किसी एक स्कूल का ही नही पूरे छत्तीसगढ़ के बच्चों का शिक्षक है। इस पोर्टल में आॅनलाईन कक्षाएं होने से इसका लाभ बिना किसी फीस के छात्र उठा सकेंगे। सिर्फ मोबाइल की मदद से छात्रों को पंजीयन करना होगा। इस पोर्टल में होमवर्क तथा होमवर्क को आॅनलाईन जांचने की सुविधा भी है।
इस पोर्टल के जरिए लाखों छात्र बिना किसी शुल्क के आॅनलाईन पढ़ाई की सुविधा ले सकेंगे। यह शिक्षा पोर्टल लाॅकडाउन के साथ ही आने वाले समय में बच्चों को निरंतर पढ़ाई के लिए उपयोगी होगा। इस ई-लर्निंग प्लेटफार्म में आॅनलाईन इंटरएक्टिव कक्षाओं के जरिए शिक्षक और बच्चे अपने-अपने घरों से ही वीडियों काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अध्ययन-अध्यापन करा सकेंगे। यह छत्तीसगढ़ राज्य के छात्रों सहित हिन्दी भाषी राज्यों के लिए भी बहुत लाभदायक होगा। स्कूल शिक्षा विभाग की वेबसाइट सीजीस्कूलडाॅटइन ;बहेबीववसण्पदद्ध पर कक्षा पहलीं से 10वीं तक विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए पाठ्य ेसामग्री उपलब्ध कराई गई है। इस पोर्टल का विस्तार भी आगे की कक्षाओं 11वीं एवं 12वीं के लिए किया जा रहा है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिये किए गए लाॅकडाउन के कारण स्कूल लंबे समय से बंद हैं। इस कारण यह आवश्यक हो गया है कि घरों में रहकर ही बच्चों को पढ़ने-लिखने और सीखने का अवसर प्राप्त हो। इसके तहत अब छात्र-छात्राएं अपनी पढ़ाई ई-प्रक्रिया के तहत सीखना जारी रख सकेंगे और आगे की पढ़ाई के लिये पूरी तरह से तैयार रहेंगे। इस ई-लर्निंग प्लेटफार्म में आॅनलाईन इंटरएक्टिव कक्षाओं के जरिए शिक्षक और बच्चे अपने-अपने घरों से ही वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ेंगे।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस पोर्टल को लाॅन्च करने का उद्देश्य केवल पाठ्य उपलब्ध कराना नहीं है, बल्कि सभी बच्चों को पढ़ाई के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं ऑनलाईन उपलब्ध कराना है। जैसे विद्यार्थियों को स्कूल की कक्षा में पढ़ाई के समय जो शिक्षा सुविधा उपलब्ध रहती है। ऑनलाईन शिक्षा सुविधा के तहत छात्रों को इस पोर्टल में पाठ्य सामग्री के रूप में पीडीएफ फार्मेट में पाठ्य पुस्तकें, ऑडियो तथा वीडियो लेसन आदि उपलब्ध है, इसके साथ अन्य बहुत सी सुविधाएं भी इसमें उपलब्ध करायी गई है।