सरोज पांडे और भाजपा की नीयत में खोट है वे सिर्फ राजनैतिक प्रचार पाने के लिये मुख्य मंत्री को पत्र लिख रही है… साहस हो तो अनुमति देने मोदी शाह को पत्र लिखे सरोज — सुशील आनंद

0

 

सरोज पांडे मजदूरों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रही -कांग्रेस

साहस हो तो अनुमति देने मोदी शाह को पत्र लिखे सरोज

 

 

रायपुर , 27 अप्रैल 2020 —  भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडेय द्वारा छत्तीसगढ़ से बाहर फंसे मजदूरों को वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखे जाने को कांग्रेस ने घड़ियाली आंसू बताया है । प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सरोज पांडे और भाजपा की नीयत में खोट है वे सिर्फ राजनैतिक प्रचार पाने के लिये मुख्य मंत्री को पत्र लिख रही है ।वास्तव में इनका इरादा मजदूरों का भला करने का होता तो मुख्यमंत्री को पत्र लिखने के बजाय सरोज पांडे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखती ।मुख्यमंत्री भुपेशबघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री को मजदूरों को वापस लाने की अनुमति देने का अनुरोध कर चुके हैं।राज्य के मुख्य सचिव ने राज्य की तरफ से इस सम्बंध में विधिवत पत्र भेज कर केंद्र से अनुमति मांगी गई है केंद्र ने अनुमति नही दिया है ।
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री भुपे श बघेल राज्य के मजदूरों की वापसी के लिए प्रतिबद्ध है राज्य के जो मजदूर प्रदेश के बाहर फंसे है उस राज्य के जिला कलेक्टरों को संसाधन उपलब्ध करवा कर तथा अन्य माध्यमो से उनकी मदद राज्य सरकार कर रही है।मजदूरों के नाम पर सस्ती राजनीति करने के बजाय सरोज पांडेय सार्थक प्रयास करें ।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि लॉक डाउन को एक महीने से अधिक हो गए आज तक सरोज पांडेय ने मजदूरों के लिए क्या किया ?वे भाजपा की बड़ी नेता है चाहती तो केंद्र सरकार के माध्यम से दूसरे राज्यो में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूरों की मदद करवा सकती थी लेकिन पिछले एक महीने में उन्हें मजदूरों की सुध नही आईं कभी कोई पत्र केंद्र को नही लिखा । राज्य सरकार पिछले कई दिनों से मजदूरों छात्रों को वापस लाने की कवायद में जुटी हुई है एक सप्ताह प्रयासों के बाद बड़ी मुश्किल से कोटा के बच्चों को अनुमति मोदी सरकार ने दिया है ।सरोज पांडे संकट के इस समय श्रेय लेने की राजनीति करने के बजाय संवेदनशील बनें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *