शासकीय अस्पताल और टीकाकरण केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग से कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ी जा रही है जंग ।

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रायपुर 2 मई 2020  — कोविड-19 से जंग में रायपुर ज़िले के शासकीय अस्पतालों और टीकाकरण केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कड़ाई से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है जिसमें जनता का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है ।
सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने की जानकारी देते मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, रायपुर डॉ मीरा बघेल ने बताया ज़िले में नियमित टीकाकरण के सत्र आयोजित हो रहे है ।ज़िले के शासकीय अस्पतालों में नियमित गर्भवती महिलाओं की एएनसी जॉच,टीकाकरण और प्रसव हो रहे है ।
हाथ धुलने के लिए एक कार्नर बनाया गया है जहाँ पर साबुन औरपानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धुलकर लाभार्थी और उनके देखभाल करने वालों को अन्दर आने दिया जाता है।एक समय पर चार से ज्यादा लाभार्थी स्थल पर न जुटें, इसके लिए उन्हें पहले से तय समय (टाइम स्लाट) पर ही आने को प्रेरित किया जाता है।
स्वस्थ्य कार्यकर्ताओं,मितानिन, एएनएम और आंगनबाड़ी को भी इन गतिविधियों के संचालन के दौरान सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने को कहा गया है। प्रत्येक लाभार्थी के टीकाकारण और किसी भी जांच से पहले एएनएम को सेनेटाइजर से हाथों को अच्छी तरह से साफ़ करने को कहा गया है। अगर किसी प्रथम पंक्ति कार्यकर्ता में इन्फ्लुएंजा यानि सर्दी- खांसी -बुखार के लक्षण नजर आयें तो उनको सत्र के दौरान ड्यूटी पर न बुलाया जाए। इसके अलावा लाभार्थी के साथ सहयोगी के रूप में ऐसे लोग न आने पाएं जिन्हें सर्दी-खांसी या बुखार की शिकायत है।
गृह आधारित नवजात देखभाल (एचबीएनसी) के दौरान मितानिन बरतें सावधानी
– सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करें, गृह भ्रमण के दौरान मां-बच्चे को बिना छुए बात करें
– गृह भ्रमण से पहले और बाद में साबुन-पानी से 20 सेकंड तक अच्छी तरह से हाथ धोऐं
– गृह भ्रमण के दौरान मितानिन मास्क अवश्य पहनें
– उच्च जोखिम वाले नवजात को प्राथमिकता के आधार पर सेवाएं सुनिश्चित कराएँ
– कंगारू मदर केयर के बारे में जागरूक करें
– बच्चे को जन्म के पहले घंटे में स्तनपान कराने को प्रेरित करें और छह माह तक केवल स्तनपान कराने के फायदे बताएं
टीकों का सही समय
कुछ टीके बच्चे के जन्म के 24 घंटे के अंदर लगना अनिवार्य होते हैं। अगर लॉकडाउन के दौरान कोई बच्चा पैदा हुआ है तो कोशिश करें कि बच्चे को अस्पताल में ही जन्म के समय ही यह टीका लगवा लिया जाए।वैसे तो टीकों को तय शेड्यूल के अनुसार ही लगवाना बेहतर होता है, लेकिन इन दिनों कोरोना वायरस से खुद को और अपने बच्चों को बचाना ज्यादा जरूरी है।
नियमित टीकाकरण के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उपस्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र, सामुदायिक अस्पताल, जिला अस्पताल, शहरी क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर भी सुविधांए हैं।

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