छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी को लेकर कांग्रेस के दोहरे रवैये की जितनी निंदा की जाय, कम है — उसेंडी
आज घर-घर शराब पहुँचाने को लालायित दिख रही है कांग्रेस : भाजपा
अगर कहीं भी कोई भी संक्रमण फैलेगा तो उसकी जिम्मेदार केवल और केवल कांग्रेस होगी।
रायपुर — छत्तीसगढ़ में शराब को लेकर प्रदेश कांग्रेस के ताजा बयान को अपने वादे से मुँह चुराने और कांग्रेस के दोहरे राजनीतिक चरित्र का परिचायक बताते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने प्रदेश सरकार और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। श्री उसेंडी ने कहा कि गंगाजल हाथ में लेकर कसमें खाने वाले प्रदेश सरकार और कांग्रेस के लोगों को शराब की कोचियागिरी इतनी भा गई है कि गंगाजल की पवित्रता को कलंकित करने तक में उनको ज़रा भी शर्म महसूस नहीं हो रही है। कांग्रेस ने सत्ता में आते ही पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था और भाजपा शुरू से कांग्रेस की प्रदेश सरकार को इसकी याद दिलाती आ रही है लेकिन इस मुद्दे पर प्रदेश सरकार और कांग्रेस अब पाँच साल में वादा पूरा करने की बात कहकर वादाखिलाफी की शर्मनाक मिसाल पेश कर रही है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री उसेंडी ने कहा कि प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई है, शराब को लेकर लगातार झूठ बोलकर प्रदेश की जनभावनाओं, खासकर मातृ-शक्ति की भावनाओं को कुचलने का काम कर रही है। कांग्रेस के लोग शराब की तस्करी, कोचियागिरी और शराब बनाने का अवैध कारोबार प्रदेश सरकार के संरक्षण और पुलिस तंत्र की सहभागिता से संचालित कर रहे हैं। बेशर्मी की हदें लांघकर कांग्रेस के लोग कोरोना संक्रमण के संकट के दौर में लॉकडाउन की बंदिशों की धज्जियाँ उड़ाकर भी शराब के गोरखधंधे से बाज नहीं आए। श्री उसेंडी ने कहा कि कांग्रेस के लोग न केवल कोरोना संकट के प्रति लापरवाही दिखा रहे हैं, अपितु वे लॉकडाउन को विफल करने के अपने साजिशाना अभियान में संलिप्त नजर आ रहे हैं। शराब की तस्करी और उसके गोरखधंधे में कांग्रेस के लोगों की संलिप्तता उजागर होने के बाद कांग्रेस के नेता अब तथ्यों को तोड़-मरोड़कर इस मुद्दे पर गलतबयानी कर अपनी करतूतों पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। अब प्रदेश सरकार द्वारा लॉकडाउन अवधि में शराब दुकानें खोलने में दिखाई गई आतुरता पर कटाक्ष करते हुए श्री उसेंडी ने कहा कि लॉकडाउन-3 के पहले ही दिन जिस तरह शराब ठेकों पर लोगों का हुजूम उमड़ा और सोशल डिस्टेंसिंग की अनदेखी की गई, वह प्रदेश सरकार की विफलता का ही प्रमाण है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री उसेंडी ने कहा कि भाजपा ने पहले ही यह आशंका व्यक्त की थी कि प्रदेश में शराब दुकानें खुलवाने के पूर्व लॉकडाउन के मद्देनज़र प्रदेश सरकार की कोई सुरक्षात्मक तैयारी नज़र नहीं आ रही है और इससे कोरोना संक्रमण के फैलाव की आशंका घनीभूत होगी, क्योंकि जब आम दिनों में ही शराब की दुकानों पर मारामारी के नजारे देखे जाते हैं तो लॉकडाऊन के मौजूदा दौर में इन ठिकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो पाएगा, इसमें संदेह की काफी गुंजाइश रहेगी। लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कांग्रेस के नेताओं ने इस आशंका को दरकिनार कर दिया। मुख्यमंत्री बघेल जब विपक्ष में थे तब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की हैसियत से पूर्ववर्ती भाजपा प्रदेश सरकार पर शराब के कारोबार को लेकर खूब तानाकशी करते थे लेकिन सत्ता में आने के बाद अब वे घर-घर शराब पहुँचाने के लिए प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से डिलीवरी ब्वॉय नियुक्त कर प्रदेश सरकार ‘लाइसेंसधारी शराब कोचिए’ नियुक्त कर रहे हैं और शराब के अवैध कारोबार को कानूनी कवच पहनाने का काम कर रहे हैं! श्री उसेंडी ने तत्काल प्रभाव से समूचे प्रदेश में शराब दुकानों को बंद करने की मांग की है। श्री उसेंडी ने कहा कि अब अगर कहीं भी कोई भी संक्रमण फैलेगा तो उसकी जिम्मेदार केवल और केवल कांग्रेस होगी। इस सरकार ने चंद पैसों और कोचियागिरी को प्रोत्साहन देने के लिए प्रदेश की दो करोड़ से अधिक लोगों की जान को दांव पर लगा दिया है। ऐसा किया जाना भर्त्सना के काबिल है।