कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ को भगवान भरोसे छोड़ा – बृजमोहन

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शराब और कोरोना संकट को लेकर बृजमोहन का राज्य सरकार पर हमला

सांसद सुनील सोनी ने भी लगाया आरोप, कहा दिशाहीन है राज्य सरकार, नहीं कर रही कोई काम।

जन सुविधाओं को लेकर राज्य सरकार को दिए कुछ अहम सुझाव

 

रायपुर/06/05/2020 —  पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता में प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जनता की आंखों में धूल झोंकने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट से लड़ने के राज्य सरकार के सारे दावे खोखले साबित हो गए है। इस महामारी में भी सरकार पैसे कमाने का जरिया ढूंढ रही है और शराब दुकानें खोलकर लॉक डाउन के सारे नियम-कानून की धज्जियां उड़वा कर कोरोना संक्रमण को निमंत्रण दे रहे है । राज्य सरकार की इस घोर लापरवाही ने जनता को संकट में डाल दिया है। हम कह सकते है कि छत्तीसगढ़ आज भगवान भरोसे है। पत्रकार वार्ता में मौजूद सांसद सुनील सोनी ने कहा की केंद्र की मोदी सरकार किसी तरह का भेद राज्य सरकारों से नहीं करती। हर संभव सहायता सभी का करती है। छत्तीसगढ़ सरकार को भी केंद्र की मदद से विभिन्न मंदों के लगभग तीन हजार करोड़ मिले हैं। परंतु दिशाहीन राज्य सरकार कोई काम नही कर पा रही है।
बृजमोहन ने कहा कि हाथ में गंगा जल लेकर अपनी सरकार आने के बाद पूर्ण शराबबंदी का वादा करने वाली कॉन्ग्रेस आज अपने ही वादे से मुकर रही है। लॉक डाउन जैसा अच्छा मौका उन्हें शराबबंदी के लिए दोबारा नहीं मिल सकता। नशा मुक्ति के लिए 40 से 45 दिन का का समय चिकित्सक बताते हैं। ऐसे में सरकार की नियत साफ रहती तो जनता से किया यह वादा निश्चित रूप से पूरा करती। परंतु वादा पूरा करना तो दूर, शराब दुकान का विरोध करने वाली महिलाओं पर ही इन्होंने आपदा प्रबंधन के तहत पुलिसिया कार्रवाई कर दी। यहा पर सरकार की नीति और नियत में में अंतर साफ दिख रहा है।

उन्होंने कहा कि कोरोना से यह सरकार लड़ ही नहीं पा रही। सिर्फ अपने गाल बजाकर वाहवाही बटोरने में लगी है। प्रदेश के क्वॉरेंटाइन सेंटर कोरोना के मरीज बढ़ाने वाले सेंटर बनकर रह गए है। इन जगहों पर एक मरीज के चलते अन्य लोग संक्रमित हो रहे हैं। कहीं कोई जिम्मेदारी नहीं, कहीं कोई उचित व्यवस्था नहीं। देखरेख का पूर्णता अभाव सभी क्वॉरेंटाइन सेंटर में है।
कवर्धा की क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक एक व्यक्ति ने शराब पीकर हुल्लड़ मचाता रहा। ऐसे में यह समझने वाली बात है कि सरकार की गंभीरता कोरोना वायरस को लेकर कितनी है। क्वॉरेंटाइन सेंटरों में शुद्ध पेयजल व उचित भोजन न मिलने की शिकायत भी मिल रही है। इन्हें अच्छा आइसोलेटेड सेंटर बनाना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि रायपुर की जिला अस्पताल व मेकाहारा तक में डॉक्टरों के पास पीपीई किट उपलब्ध नही है।
बृजमोहन ने सरकार से मांग की है कि बाहर प्रदेश के लोग जो जाना चाहते हैं उन्हें तत्काल जाने देना चाहिए। इसमें राज्य का कोई अहित नहीं है। इसी प्रकार बाहर राज्यों से आने वाले हमारे राज्य के निवासियों के लिए नियम शिथिल तथा एक जिले से दूसरे जिले जाने वालों की अनुमति पर भी शीघ्रता से निर्णय लिया जाना चाहिए। कितने लोगों ने आवेदन दिया है तथा कितने लोगों को परमिशन मिला है यह दोनों सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अखबारों के माध्यम से जानकारी मिलती है कि सरकार ने मजदूरों को लाने के लिए केंद्र से ट्रेन की मांग की है। पर आश्चर्य होता है सरकार इस संबंध में भेजा गया कोई पत्र सार्वजनिक नहीं करती। सारी बातें हवा हवाई बयानबाजी बन कर रह जाती है।
मजदूरों को ट्रेन से लाने का खर्च केंद्र सरकार 85 फ़ीसदी उठा रही है वहीं राज्य सरकार को 15 फ़ीसदी खर्च वहन करना है। परंतु इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस की राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण है।
बृजमोहन ने किसानों को बोनस की राशि जल्द प्रदान करने की भी मांग सरकार से की है। उन्होंने कहा कि मार्च के माह में सरकार ने 5000 करोड़ का बजट किसानों को देने के लिए तय किया था।माह अप्रैल में बोनस दिए जाने की बात कही गई थी परंतु सरकार ने अभी तक देना प्रारंभ नहीं किया है।
अन्य राज्यों में वहां के मजदूरों के खाते में सरकार ने 2 हज़ार ,5 हज़ार रुपए डाले हैं। परंतु छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने राज्य के मजदूर भाइयों को किसी तरह की आर्थिक मदद नहीं की है। असल में इनके पास बाहर कार्य करने गए मजदूरों के संबंध में किसी तरह का कोई डाटा ही नहीं है। सारी बातें इनकी हवा हवाई चल रही है।
इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, भाजपा विधि प्रकोष्ठ के संयोजक नरेश चंद्र गुप्ता, मीडिया प्रभारी नालिनेश ठोकने ,मीडिया पैनलिस्ट अनुराग अग्रवाल,सत्यम दुआ,उमेश घोरमोड़े आदि उपस्थित थे।

स्वास्थ विभाग को 3 हिस्सों में बांटे

बृजमोहन ने राज्य सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि कोरोना से लड़ रहे चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को तीन हिस्सों में बांटा जाना चाहिए। एक जो वर्तमान में काम कर रहे हैं वे दूसरे रिजर्व और तीसरे इमरजेंसी। आज जिस तरह से काम चल रहा है वैसे मैं अगर एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित हुआ तो अस्पताल के सारे स्टॉफ को क्वॉरेंटाइन में जाना पड़ेगा। ऐसे में कोरोना की लड़ाई लड़ पाना मुश्किल हो जाएगा।

3 जोन में बाटे दुकानों को,खुलने का अलग-अलग समय करें निर्धारित

बृजमोहन ने कहा कि शराब दुकानों को लेकर कांग्रेस केंद्र सरकार के निर्देश का हवाला देती है। परंतु केंद्र सरकार ने कपड़े,मोटर पार्ट्स आदि दुकानों के लिए भी निर्देश जारी किए हैं। परंतु यह सरकार उन पर गंभीर नहीं दिखती। बृजमोहन ने सुझाव देते हुए कहा कि बाजार को 3 जोन में बांटकर अलग अलग समय पर खोले जाने की अनुमति देनी चाहिए ताकि भीड़ में जुटे तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके।

पैसा खर्च नही कर रही राज्य सरकार

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार के अलावा राज्य आपदा प्रबंधन तथा मुख्यमंत्री राहत कोष में पैसे आए हुए हैं। जिन्हें जनता के हित में खर्च करना है। परंतु यह सरकार कोई ठोस योजना बनाकर काम नहीं कर पा रही है। स्थिति यह है कि गरीब परिवारों को पहुंचाया जाने वाला अनाज भी सरकार के पास रखा हुआ है। उन्हें भी भी बांट नहीं पा रहे हैं।

 

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