श्रीमती ज्योत्सना महंत पर आचार संहिता के आरोप राजनैतिक विद्वेषवश — कांग्रेस
स्तरहीन और गलत बयानी के लिये भाजपा विधानसभा अध्यक्ष से माफी मांगे
भाजपा में लोकतांत्रिक मर्यादा भी नहीं बची
रायपुर — विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की पत्नी तथा कांग्रेस की कोरबा लोकसभा प्रत्याशी श्रीमती ज्योत्सना महंत के ऊपर लगाये गये आचार संहिता के आरोपों को कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी की खीझ बताया है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि श्रीमती ज्योत्सना महंत को कोरबा लोकसभा क्षेत्र का कांग्रेस प्रत्याशी बनाये जाने से भारतीय जनता पार्टी घबरा गयी है। श्रीमती महंत को प्रत्याशी घोषित किये जाने के बाद पूरे कोरबा लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं में जबर्दस्त उत्साह का माहौल है। कोरबा क्षेत्र के लोग कांग्रेस को सुशिक्षित महिला प्रत्याशी जो उनके सुख दुख में वर्षो से सहभागी रही है कि तुलना भारतीय जनता पार्टी के गुमनाम और निष्क्रिय प्रत्याशी से कर रहे है। भारतीय जनता पार्टी अपनी सुनिश्चित हार से घबरा कर कांग्रेस प्रत्याशी के ऊपर गलत आरोप लगा रही है। पति के निवास में रहना एक पत्नी का अधिकार है। श्रीमती ज्योत्सना महंत ने जब अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा किया था तब तक उन्होने लोकसभा के उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन नहीं दाखिल किया था ऐसे में आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप निराधार और राजनैतिक विद्वेषवश लगाये गये है। यदि सरकारी आवास में पत्रकारों से चर्चा करना आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आता है तो यह अपराध भारतीय जनता पार्टी का हर नेता लगातार कर रहा है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी सांसद के रूप में आबंटित अपने शासकीय निवास में रोज पत्रकारों से चर्चा करते है। इलेक्ट्रानिक मीडिया के संवाददाताओं को बयान देते है। भारतीय जनता पार्टी की परिभाषा में यह सब भी आचार संहिता का उल्लंघन है।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि भाजपा ने पत्नी पर झूठे निराधार आरोपों की आड़ लेकर विधानसभा अध्यक्ष जैसे संवैधानिक पद की मर्यादा को ठेस पहुंचाने का काम किया है। भाजपा में जरा भी लोकतांत्रिक मर्यादा के पालन की नैतिकता बची हो तो वह विधानसभा अध्यक्ष से अपने इस स्तरहीन बयानबाजी के लिये माफी मांगे।