पूर्व विधायक ने लाॅकडाउन काल मे हुए भ्रष्टाचार के जांच की मांग की ।
बागबाहरा — पूर्व विधायक परेश बागबाहरा ने प्रदेश में धीमी गति से लाए जा रहे मजदूरो के क्वारंटाइन सेंन्टर्स मे क्लोज सर्किट कैमरा लगाकर रिकार्डिग करने की मांग काॅग्रेस सरकार से की है, ताकि इन सेंन्टरो मे हो रही लापरवाही एवं भ्रष्टाचार के खेल मे रोक लगाई जा सके तथा वहाॅ के ग्राम वासियो एवं मजदूरो को कोरोना के संक्रमण के फैलने से बचाया जा सके। इस वीडियो रिकार्डिग को जिला प्रशासन डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से पब्लिक डोमेन मे प्र्रदर्शित भी करें। प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुऐ मांग कि, लाॅकडाउन के समय, जिन अधिकारियो एवं नेताओं तथा शराब माफियाओ के गिरोहो ने, शराब की अवैध सप्लाई, पूरे प्रदेश मे की है, तथा करोडो रुपये की उगाही की है एवं कोरोना के संक्रमण के समय इस गंदे काम को अंजाम दिया है, इसकी जाॅच, माननीय उच्च न्यायालय के आदरणीय न्यायाधीश की कमेटी से करवाई जाए, एवं दोषियो को कडी सजा देते हुए उनसे रुपया जप्त कर, प्रदेश के राजकोष मे डाला जाए।
कोरोना के लाॅकडाउन काल मे सेनेटाईजेशन के नाम से, अत्यन्त अवगुणवत्ता पूर्ण सेनेटाईजर का छिडकाव कर लाखो रुपये का भ्रष्टाचार किया गया है, ऐसी जनचर्चा है । उसकी विस्तृत जाॅच की जाए, जहाॅ से यह सेनेटाईजर खरीदा गया तथा कहाॅ-कहाॅ छिडकाव करके, सरकार से बिल का भुगतान लिया गया उसका सौ प्रतिशत आॅडिट, विशेष आडिट टीम से करवाया जाए ताकि सारे गंदे खेल का पोल खुल सके। राज्य सरकार से शहरी मजदूरो – प्रवासी मजदूरो के लिए प्रदेश रोजगार गारंटी योजना के अन्तर्गत कम से कम 150 दिन का रोजगार खोलने की मांग की जिससे की कोरोना के आर्थिक संकट के समय, मजदूरो के घर नगदी रुपया पहुॅच सकें ।
भा.ज.पा. नेता एवं पूर्व विधायक
( लेखक के स्वयं के विचार )