अब एम्स रायपुर में होगा कोरोना मरीजो का प्लाज़्मा थैरिपी के जरिये इलाज….. क्लिनिकल ट्रायल का भाग बनने जा रहा है एम्स रायपुर।
रायपुर , 21 मई 2020 — एम्स रायपुर देशभर में होने वाले प्लाज्मा थैरेपी के क्लिनिकल ट्रायल का भाग बनने जा रहा है। इसके माध्यम से आईसीएमआर द्वारा किए जा रहे वृहद स्तर के क्लिनिकल ट्रायल में एम्स भी अपना अहम योगदान देगा।
निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने बताया कि ट्रायल में परखा जाएगा कि एंटी सार्स कोव-2 प्लाज्मा का उपचार रोगियों पर सुरक्षित है या नहीं।
रिसर्च प्रोटोकॉल के अनुसार इस ट्रायल में उन रोगियों को शामिल किया जाएगा जो 18 वर्ष से अधिक आयु के हैं और उनके रक्त से संबंधित डोनर प्लाज्मा उपलब्ध है। इसमें गर्भवती महिलाओं, स्तनपान करवा रही महिलाओं और किसी अन्य ट्रायल से संबंधित रोगियों को शामिल नहीं किया जाएगा।
इसमें इंटरवेंशन और कंट्रोल आर्म ग्रुप बनाए जाएंगे।इंटरवेंशन आर्म में शामिल रोगियों को 200 मिली का कोवल्सेंट प्लाज्मा दिया जाएगा जबकि कंट्रोल ग्रुप में सामान्य उपचार प्रदान किया जाएगा। इन रोगियों का एक, तीन, सात, 14 और 28 दिनों में प्रथम ट्रांसफ्यूजन के बाद परीक्षण किया जाएगा।