शिक्षाकर्मी और बेरोजगारों के लिए टी एस सिंहदेव ने दिया बड़ा बयान।
छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी और शिक्षक भर्ती को लेकर पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं की पीड़ा से बहुत दुखी और शर्मिंदा हैं। जो वादा किया था, उस पर राज्य सरकार अब भी अटल हैं और सरकार रोजगार दिलाने पूरा प्रयास कर रही है। दरअसल, प्रदेश में करीब सवा साल से शिक्षक भर्ती प्रक्रिया अटकी हुई है। इसको लेकर अभ्यार्थी काफी लंबे समय से भर्ती प्रकिया जल्द शुरु करने की मांग करते रहे हैं। और लगातार सरकार तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं। सोमवार को सीएम हाउस के बाहर एक बेरोजगार द्वारा आत्महत्या की कोशिश के बाद स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव सामने आए है। उन्होंने ट्वीट कर बेरोजगारों को भरोसा दिलाया है।
टीएस सिंहदेव ने ट्वीट कर लिखा कि मैं सभी बेरोज़गार शिक्षा कर्मियों, विद्या मितान, प्रेरकों एवं अन्य युवाओं की पीड़ा से मैं बहुत दुखी और शर्मिंदा हूँ। जन घोषणा पत्र के माध्यम से जो वायदा आपको किया था, मैं उस पर अटल हूं। शर्मिंदा होने की बात लिखी है। साथ ही सिंहदेव ने ये भी लिखा है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि सरकार प्रयास कर रही है कि हम आपके साथ है साथ रहेंगे।
सभी बेरोज़गार शिक्षा कर्मियों, विद्या मितान, प्रेरकों एवं अन्य युवाओं की पीड़ा से मैं बहुत दुखी और शर्मिंदा हूँ। जन घोषणा पत्र के माध्यम से जो वायदा आपको किया था, मैं उस पर अटल हूं।
यही विश्वास दिला रहा हूँ कि सरकार प्रयास कर रही है। हम आपके साथ हैं और साथ रहेंगे।
— T S Singhdeo (@TS_SinghDeo) June 30, 2020
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के इस बयान से छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों के लिए बड़ी राहत की खबर है। माना जा रहा है कि राज्य सरकार जल्द ही बेरोजगारों के लिए नई भर्ती ला जा सकती है। शिक्षाकर्मियों के साथ-साथ विद्या मितान और पुलिस भर्ती पर भी तेजी आ सकती है। सिंहदेव का बयान अपने आप से बता रहा है कि राज्य सरकार बेरोजगारों के रोजगार के लिए कितना गंभीर है।
आपको बता दें राज्य सरकार आने पर बड़े पैमाने पर भर्तियां निकाली गईं, लेकिन लॉकडाउन की वजह से सरकार ने सभी तरह की भर्तियों पर वित्त विभाग से अनुमति लेने की बाधा लगा दी है। आलम यह है कि राज्य में 14 हजार से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती में डॉक्यूमेंट्स सत्यापन के बाद भी ज्वॉनिंग नहीं दी गई। इसके अलावा सब इंस्पेक्टर (SI) की भर्ती रुकी हुई है। साथ ही छात्रावासों के अधीक्षकों का प्रोबेशन का समय भी खत्म नहीं हो रहा है।