पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बयान पर कांग्रेस का पलटवार
स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव ने जो कहा वह जनता से किए वादा के प्रति प्रतिबद्धता और वचनबद्धता को दर्शाता है भाजपा तो चुनाव में किए वादों को चुनावी जुमला बताकर जनता से धोखा बाजी कर रही
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की ओर उंगली उठाने से पहले डॉ रमन सिंह को अपने बैंक खाता में आये न्याय योजना की पहली किश्त का आंकलन करना चाहिए
मोदी द्वारा जनता से की गई वादा को चुनावी जुमला बताने वाली भाजपा और रमन सिंह को स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के बयान को पूरा पढ़ना चाहिए
मोदी-भाजपा देश से की हुई वादों को पूरा करने में असफल रमन सिंह भाजपा से इस्तीफा देने की नैतिक साहस करें
रायपुर/01 जुलाई 2020 — पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बयान पर कांग्रेस ने तीखा जवाब दिया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की ओर उंगली उठाने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को अपने बैंक खाता में आए न्याय योजना की पहली किस्त की राशि का आकलन करना चाहिए। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से 5700 करोड़ रुपए किसानों को धान की अंतर राशि चार किस्तों में मिलेगी। प्रदेश के किसानों के खाते में 1500 करोड़ की पहली किस्त जमा हुई है। लोकसभा चुनाव में मोदी के द्वारा जनता से की गई वादा को चुनावी जुमला बताने वाले भाजपा और डॉ रमन सिंह को स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के बयान को पढ़ना चाहिए। रमन सिंह और भाजपा के नेताओं ने तो निरंतर प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम किया है। 2013 के विधानसभा चुनाव में रमन सिंह ने सरकार बनने पर किसानों को धान के कीमत ₹2100 क्विंटल और ₹300 बोनस प्रति क्विंटल देने का वादा किया था। ठीक वैसे ही लोकसभा चुनाव के दौरान भी मोदी-भाजपा ने दो करोड़ युवाओं को प्रतिवर्ष रोजगार, 15 लाख रुपए जनता के खाते में आएंगे, महंगाई कम होगी अच्छे दिन आएंगे, पेट्रोल-डीजल ₹30-₹35 लीटर में मिलेगा, रसोई गैस के दाम कम होंगे, बेटियां सुरक्षित होगी, पाकिस्तान को करारा जवाब देंगे, भारत की ओर आंख दिखाने वाले दुश्मनी को ईट का जवाब पत्थर से देंगे, आतंकवाद खत्म होगा सहित अनेक लोक लुभावने वादा मोदी ने लच्छेदार भाषणों के माध्यम से जनता से किया था। मोदी ने नोटबंदी के दौरान 50 दिन जनता से मांगे थे 50 दिनों में अगर नोटबंदी फेल होती है तो किसी भी चैराहा में आकर जनता के द्वारा दिए हुए सजा को भुगतने का वादा किया था। बीते 6 साल में मोदी-भाजपा-रमन जनता से किये वादा को पूरा करने में असफल रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार 36 बिंदुओं में जनता से किए वादों में से 22 बिंदुओं से अधिक में काम करने में सफल हुई है किसानों का कर्ज माफी, बिजली बिल हाफ, धान की कीमत ₹2500, आदिवासियों की जमीन लौटाना, जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों को जेल से बाहर निकालना बस्तर में मक्का प्रोसेसिंग प्लांट लगाना, 25 से अधिक वनोपज को समर्थन मूल्य में खरीदना, तेंदूपत्ता का मानक दर 2500रुपया से बढ़ाकर 4 हजार प्रति बोरा करना, एनएमडीसी में बस्तर में स्थानीय स्तर पर परीक्षा आयोजित करना, 15,000 से अधिक शिक्षकों की भर्ती, ढाई हजार से अधिक पुलिस विभाग में भर्ती, 3000 नर्सों की भर्ती सहित नरवा, गरवा, घुरवा, बारी के माध्यम से 22 सौ से अधिक गोठानो का निर्माण, राजीव गांधी न्याय योजना के माध्यम से धान के अंतर राशि के अलावा गन्ना एवं मक्का उत्पादकों को भी लाभ देना और आने वाले दिनों में दलहन-तिलहन सहित भूमिहीन किसानों को भी न्याय योजना के माध्यम से करना, यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम राइट टू फूड मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक मुख्यमंत्री शहरी स्लम क्लीनिक, शिक्षककर्मियों का संविलियन, पुलिस विभाग के भत्ता में बढ़ोत्तरी, छोटे भूखंडों की रजिस्ट्री, शराबबंदी हेतु राजनीतिक सामाजिक और प्रशासनिक कमेटी का गठन 60 से अधिक शराब दुकानों को बंद करना, कोरोना संकटकाल में प्रवासी मजदूरों के सकुशल घर वापसी उनके रहने खाने का प्रबंध उनके रोजगार की व्यवस्था सहित अनेक जन हितेषी कार्य किए हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के जनहित ऐसी गाड़ियों के आगे भाजपा मुद्दाविहीन हो चुकी है। भाजपा किसानों और मजदूरों के नाम से झूठ बोलकर स्तरहीन मंगढ़तन बात कर गुमराह कर जो राजनीति कर रही है। इससे दुखी होकर टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि अगर 20 अगस्त को न्याय योजना की दूसरी किस्त किसानों को नहीं मिलेगी तो वह इस्तीफा दे देंगे। ये जनता से किए वादों के प्रति कांग्रेस नेताओं की प्रतिबद्धता और वचनबद्धता का जीता जागता प्रमाण है। भाजपा के नेताओं को टी.एस. सिंहदेव से सीख लेनी चाहिए और मोदी-भाजपा ने जनता के साथ जो वादा खिलाफी किया है इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, भाजपा के 9 सांसद और विधायक को तत्काल अपने पद से और भाजपा से इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि भाजपा नेताओं में वादा निभाने में असफल नरेंद्र मोदी से इस्तीफा मांगने की क्षमता नहीं है।