वार्ड की सफाई करो या न करो फिर भी महामारी तो फैलेगी सरकार… बजबजाती नालियों से बेखबर जनप्रतिनिधि बारिश ने निगम की खोली पोल, लोगों के घरों में घुसा पानी ।
पार्षद-विधायक बेखबर…वार्डवासी हो रहे परेशान
महिनों से नहीं हो रही नालियों की सफाई, जनप्रतिनिधि फोटो खिचवाने में मस्त…
रायपुर — कोरोना का कहर अभी खत्म हुआ ही नहीं की बारिश ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों से हो रही बारिश ने शहर के कई वार्डो और मोहल्लों को पानी से सराबोर कर दिया है। जिससे निचली बस्तियों में जलभराव की समस्या हो गई है। लोगों का कहना है कि पार्षद और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही की वजह से महिनों से वार्ड की नालियों की सफाई नहीं हुआ है, आलम यह है कि शहर के दर्जनों वार्डों में नालियां गंदगी से बजबजा रही है, जिससे लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। सूत्रों की माने तो वार्ड की मौजूदा स्थिति के बारे में जब वार्डवासी जनप्रतिनिधियों के पास जाते है तो वे महज खानापूर्ति कर वार्ड में पहुंचकर फोटो खिंचवाकर चले जाते है। फिर भी गंदगी से लोगों को अब तक निजात नहीं मिल पाया है। एक ओर सरकार कोविड-१९ कोरोना वायरस से बचने के लिए घरों को साफ-सुथरा और खुद को स्वच्छ रखने की बात करती है लेकिन बजबजाती नालियों के बीच रहकर खुद और अपने परिवार को कैसे सुरक्षित रखे यह तो सोचने वाली बात है।
इन वार्डों में है गंदगी का आलम :
यहां बता दें कि शनिवार से सोमवार तक हुए बारिश में शहर की निचली बस्तियां नहरपारा, मौदहापारा, देवेन्द्र नगर, शंकर नगर, राजातालाब, शांति नगर, मधुपिल्लै चौक, श्यामनगर, तेलीबांधा, छत्तीसगढ़ नगर, धरमनगर, संतोषी नगर, संजय नगर सहित शहर की कई बस्तियां जलभराव की समस्या से जुझ रहा है, फिर यहां के जनप्रतिनिधि (पार्षद) लोगों की समस्या को दूर करने के कोसों दूर है। पिछले पांच साल पहले भी यहां की स्थिति बदहाल थी और अब युवा जनप्रतिनिधि आने के बाद भी पूर्व की भांति है। लोगों का कहना है कि सरकार बदलने के बाद वार्डों में स्वच्छता का सुनहरा भविष्य की उम्मीद थी, लेकिन पार्षदों की उदासीनता के चलते वार्ड की सूरत अब भी नहीं बदली है।
महामारी फैलने की आशंका
एक तरफ कोरोना वायरस ने लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने दे रहा है, तो वहीं दूसरी ओर नालियों और वार्डों की गंदगी ने बीमार कर रखा है। निगम के आला-अधिकारी व जनप्रतिनिधि अगर नालियों व वार्डों में सफाई की व्यवस्था को दूरस्थ नहीं किया तो यहां महामारी फैलने की आशंका है। जिसका खामियाजा वार्डवासियों को जान जोखिम डालकर चुकानी पडेंगी।