आई.टी, ई.डी और सीबीआई अब भाजपा के आनुषंगिक संगठनों की तरह काम कर रहे है — शैलेश नितिन
रायपुर/13 जुलाई 2020 — राजस्थान के घटनाक्रम पर प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि प्रतिदिन कोरोना से पूरा देश त्रस्त है, संक्रमण बढ़कर 29000 हो गया है। देश की सीमाओं में चीन घुस आया है। महंगाई, बेराजगारी सुरसा की तरह बढ़ रही है। पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही है और सत्ताधारी दल भाजपा पहले मध्यप्रदेश और अब राजस्थान में विधायक खरीदनें में लगा है। विपक्ष की राज्य सरकारें गिराना और खरीद-फरोख्त करने सरकार बनाना ही भाजपा की प्राथमिकता में है। गरीब मध्यम वर्ग, नौजवानों, मजदूर, किसान, गृहणी की समस्याओं से केन्द्र की भाजपा सरकार का कोई सरोकार नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा की खरीद-फरोख्त कर पहले कर्नाटक और मध्यप्रदेश में कांग्रेस की निर्वाचित सरकारो को गिराया। अब राजस्थान में कांग्रेस की निर्वाचित सरकार गिराने की भाजपा की साजिश जारी है। यह सीधे-सीधे इन राज्यों की जनता के जनादेश का भाजपा द्वारा कालेधन की ताकत से किया जा रहा अपमान है। भाजपा का विपक्षी दलों की राज्य सरकारों को काली कमाई के पैसों के बल पर गिराने का खेल जारी है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि आयकर विभाग आई.टी, एनफोंर्समेंट डायरेक्टरेट ई.डी और सीबीआई अब भाजपा के आनुषंगिक संगठनों की तरह काम कर रहे है। विधायकों की खरीद-फरोख्त के साथ-साथ धमकाने और फंसाकर साथ लाने की साजिशें इन तीनों संस्थानों के माध्यम से रची जा रही है। भाजपा के विधायकों के सौदागरों के साथ-साथ आई.टी., ई.डी और सीबीआई की टीमें पहुंचती है। खरीद-फरोख्त के खेल में भाजपा नेताओं के साथ-साथ इन तीनों संस्थानों की टीम काम करती है। भाजपा देश में लोकतंत्र खत्म करने पर उतारू है। मोदी और शाह की अधिनायकवादी प्रवृत्तियों से देश को नुकसान हो रहा है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि देश में भाजपा ने नैतिकता और लोकतांत्रिक मूल्यों को पूरी तरीके से बलायेताक रख दिया। भाजपा मिथ्या असंतोष भड़काकर विधायको के खरीद-फरोख्त में लगातार संलिप्त है। यह सीधे-सीधे भाजपा के अलोकतांत्रिक रवैय्ये को उजागर करता है। कांग्रेस पार्टी भाजपा के द्वारा लगातार देश के संविधान और लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने की कड़े शब्दों में निंदा करती है।