यूजीसी कर रही है छात्रों के भविष्य से खिलवाड़
रायपुर — भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के प्रदेश प्रवक्ता सौरभ सोनकर ने बताया कि सितंबर में विश्वविद्यालय की परीक्षा करा लेने के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा-निर्देश का एनएसयूआई ने विरोध किया है। प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा के निर्देशानुशार बुधवार को एनएसयूआई जिला महासचिव निखिल वंजारी के नेतृत्व में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में यूजीसी के दिशा-निर्देश की प्रति जलाई गई। व विश्वविद्यालय के सामने नारे बाजे की गई। एनएसयूआई महासचिव निखिल वंजारी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में यूजीसी द्वारा जारी दिशा-निर्देश गलत है। हर दिन कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में सितंबर में परीक्षा कैसे हो सकती है। अगर कोई छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाएगा तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को अपने स्तर से परीक्षा का समय निर्धारित करने की छूट मिलनी चाहिए। अंतिम वर्ष के छात्रों व प्राइवेट छात्रों को बिना किसी परीक्षा के पास किए जाने की माँग एनएसयूआई ने की। प्रदर्शन में मुख्य रूप से महताब , शुभांशु , सेवा , अनिमेष , प्रसून ,अलोक , राज़ ,चंदर ,तिलक ,ईश्वर , भावेश आदी उपस्थित थे।
प्रदेश प्रवक्ता सौरभ सोनकर ने बताया कि यूजीसी की गाइडलाइन का विरोध तो करते ही हैं और सभी वर्ष के छात्रों को जनरल प्रमोशन की मांग कर रहे हैं ।साथ ही साथ केंद्र सरकार से यह भी मांग करते हैं की केंद्र सरकार कॉलेज एवं विश्वविद्यालय में पढ़ रहे बच्चों की 6 माह की फीस माफ करे।