प्रदेश के इस युवक ने कोरोना वैक्सीन परीक्षण और शोध के लिए अपने जीवंत शरीर को देने की किया पेशकश ।
पखांजुर — भारत सहित पूरी दुनिया कोरोना महामारी के संक्रमण की रोकथाम के लिए योद्धाओं की तरह जंग लड़ रही है। ऐसे में ग्राम पंचायत देवपुर के आश्रित गांव पी व्ही 3 शारदा नगर के एक युवक ने अपने माता-पिता से प्रेरणा लेकर राष्ट्रहित में कोरोना वैक्सीन परीक्षण और शोध के लिए अपने जीवंत शरीर की देने की पेशकश की है।शारदा नगर पी व्ही 3 निवासी साहेब राय पिता जयदेव राय उम्र 20 बर्ष जोकि लॉ की पढ़ाई कर रहा है तथा स्टूडेंट्स पावर ऑफ यूनिटी के प्रदेश अध्यक्ष है।साहेब ने आज अनुविभागीय अधिकारी (रा) पखांजुर को इस संबंध में पत्र लिखकर लोगों को बचाने के लिए कोरोना वैक्सीन प्रशिक्षण व शोध के लिए अपना जीवंत शरीर देने की स्वेच्छा से इच्छा जताई है।
साहेब ने कहा है कि राष्ट्रहित की दिशा में यदि उन्हें मुझे यह मौका मिलता है, तो वे खुद को भाग्यशाली समझंेंगे। कोरोना को हराने के लिए विश्व के वैज्ञानिक वैक्सीन बनाने में जुटे हुए है। ऐसे में यदि देश के वैज्ञानिक, चिकित्सक या शोधार्थी को उनका शरीर वैक्सीन परीक्षण के लिए चाहिए, तो वह इसके लिए तत्पर है। इस कदम की परिवार के लोग ही नहीं बल्कि ग्रामीण भी काफी सराहना कर रहे है।उपसपंच मनोज मंडल ने कहा कि हम सब इसके जोश और जुनून के फैसले पर गर्व करते है राष्ट्रहित सर्वोपरि मानते है।देश के वैज्ञानिकों, डॉक्टरों को कोरोना का तोड़ निकालने के लिए मानव शरीर की आवश्यकता है, तो वह इस महामारी से लोगों की जान बचाने के लिए खुद की जीवंत देह देने को तैयार है।शारदा नगर तथा पूरे परलकोट में साहेब की बड़ी सोच की सराहना किया जा रहा है।इससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे योद्धाओं की हौसला अफजाई होगा।यहाँ हमारे लिए गर्व की बात है।