हरदेव सिन्हा की मृत्यु पर आक्रोशित भाजयुमो.. कहा – शासन की वादाखिलाफी और संवेदनहीनता ने ले ली गरीब युवक की जान!
शासन पीड़ित परिवार के सदस्य को नौकरी और 50 लाख रुपया अनुग्रह राशि दे : भाजयुमो.
रायपुर — कांग्रेस सरकार की वादा खिलाफी इतना भयानक रूप ले लेगी यह कभी सोचा ही नही था। मुख्यमंत्री निवास के मुख्यद्वार पर बेरोजगार युवक हरदेव सिन्हा द्वारा आत्मदाह और उनकी मृत्यु बेहद चिंता का विषय है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष विजय शर्मा ने कहा कि बेरोजगारी से नवयुवक हताश परेशान हो रहे हैं और सरकार शराब में मस्त है। छत्तीसगढ़ के युवाओं को बेरोजगारी भत्ता, शासकीय नौकरियां, समूह ऋण माफी जैसे सब्जबाग दिखा कर सत्ता में आये कांग्रेस के नेता अब उन्ही युवाओं महिलाओं और बेरोजगार नोजवानों पर आंखें तरेर रही है। रोजगार की गुहार लेकर मुख्यमंत्री निवास पहुंचे युवा नौजवान से मुख्यमंत्री नही मिले, जिससे व्यथित होकर हरदेव सिन्हा ने आत्मदाह जैसा हृदयविदारक कदम उठा लिया। जिनकी आज मृत्यु हो गयी। उन्होंने कहा कि निश्चित ही कांग्रेस सरकार द्वारा बेरोजगारों को शासकीय नौकरी या भत्ता देने का वादा पूरा नही करना जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री, उनके सलाहकार और अमला थोड़ी भी संवेदनशीलता दिखाते तो आज एक बेटी विधवा नही होती, एक पिता अपना जवान बेटा नही खोता, एक छोटे से बच्चे के सर से उसके पिता का साया नही उठता। हरदेव किस कदर परेशान रहा होगा तब वह मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी तकलीफ बताना चाह रहा था। परंतु उसे कहां पता था कि उस बंगले में निर्दयी लोग रहते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक वकील की हत्या पर कांग्रेस के सभी राष्ट्रीय नेता चिल्ला उठते हैं, यहां तक की मुख्यमंत्री योगी जी पर घृणित निजी आक्षेप करने, कांग्रेस प्रवक्ता द्वारा योगी जी की संतान नहीं होने जैसा अशोभनीय और अभद्र आक्षेप तक करने लगते हैं, लेकिन कांग्रेस शासित राज्य में ऐसी घटनाओं पर कांग्रेस नेतृत्व की चुप्पी पर क्या कहा जाय? श्री शर्मा ने कहा कि भाजपा, कांग्रेस की तरह अभद्र आक्षेप नहीं कर सकती लेकिन यह तो पूछ ही सकती है कि इतने दर्दनाक घटना अपर राहुल गांधी की चुप्पी का आखिर रहस्य क्या है?
भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कुरीति, कुनीति, कुशासन, कुप्रबंधन चरम पर है। इससे प्रदेश के युवा छला हुआ महसूस कर रहे हैं जिसकी परिणति प्रदेश के एक युवा की मृत्यु के रूप में सामने आयी। सरकार की तो निर्लज्जता देखिए, आत्मदाह करने वाले नवयुवक को प्रदेश सरकार में बैठे कांग्रेस के नेता मानसिक रोगी साबित करने की जुगत में लग गए थे। सरकार में आकर लूटखसौट करने के लिए कांग्रेस के ये नेता किस हद तक गिर सकते हैं, हरदेव सिन्हा के आत्मदाह से निधन ने यह फिर साबित किया है। सरकार में आने के लिए इन लोगों ने क्या कुछ झूठे वादे नही किये। इनके नेता राहुल गांधी में यदि जरा भी इंसानियत मानवता सद्भावना बाकी हो तो वे तत्काल भूपेश बघेल से इस मृत्यु की पूरी रिपोर्ट तलब करें। श्री शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार में जिम्मेदारी नाम की चीज ही नही है। छत्तीसगढ़ प्रदेश तेजी से पीछे जा रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो इन पांच वर्षों के कांग्रेस के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ 50 वर्ष पीछे चला जायेगा। न जाने कितने हरदेव, कितनी हत्या, कितनी आत्महत्या, लूट, डकैती, अपहरण, बलात्कार, गुंडागर्दी, गोलीबारी के दौर से प्रदेश को गुजरना पड़ेगा। आज एक अहंकारी शासन ने एक भोलेभाले बेरोजगार नौजवान की जान ले ली।
भाजयुमो नेता श्री शर्मा ने कहा कि हरदेव जी के परिवार के साथ भारतीय जनता पार्टी की गहरी संवेदना है। भारतीय जनता पार्टी सरकार से यह मांग करती है कि हरदेव सिन्हा के परिवार को 50 लाख बतौर मुवावजा और पत्नी को शासकीय नौकरी तत्काल दिया जाय। सरकार अपने किये वादों को शीघ्र पूर्ण करे। साथ ही ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसलिए युवाओं को रोजगार, भत्ता आदि देने के वादे शीघ्र पूरा करे।