वक्ता मंच की सरस काव्य गोष्ठी संपन्न….कवियों ने आम नागरिकों से आवश्यक रूप से मतदान करने की अपील की…..
रायपुर — 3 अप्रैल की संध्या राजधानी के जिला ग्रंथालय परिसर में सामाजिक व साहित्यिक संस्था वक्ता मंच की मासिक सरस काव्य गोष्ठी में बड़ी संख्या में कविगणों ने शिरकत कर समाँ बाँध दिया।इस अवसर पर साहित्यकारों ने आगामी लोकसभा चुनावों में शत प्रतिशत मतदान करने का आव्हान करते हुये कहा कि भारत में मत प्रतिशत बढ़ाकर ही लोकतंत्र के स्तर को ऊँचा उठाया जा सकता है।कवियों ने आम जनता से निवेदन किया कि निर्भीक व निष्पक्ष रूप से मतदान करे तथा लालच,भय,जाति,धर्म,भाषा की सीमाओं से ऊपर उठकर राष्ट्र हित में योग्य प्रत्याशियों का चयन करे।
वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते ने जानकारी दी है कि आज की काव्य संध्या कीअध्यक्षता कुमार जगदलवी ने की।सुनील पांडे,राजकुमार मसंद एवं शोभा शर्मा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।इस अवसर पर विचारोत्तेजक एवं समसामयिक मुद्दों पर प्रदेश के45 से अधिक कवियों ने हिंदी,उर्दू व छत्तीसगढ़ी में उत्कृष्ट कविताये प्रस्तुत की।काव्य गोष्ठी का आरम्भ ऊर्मिला देवी उर्मि ने सरस्वती वंदना के द्वारा किया।इसके पश्चात कुमार जगदलवी ने यह पंक्तियाँ प्रस्तुत की:-
उससे आईना भी नजर फेरने लगा है,
वह सच से इतना जो दूर रहने लगा है।
कल तक वह खुश था बहुत कलंदर हमें बताकर,
देखिये अब वह खुद को मसीहा बताने लगा है।
राजकुमार मसंद की इस व्यंग्य कविता ने तालियां बटोरी:-
चुनाव के दिन पास आने लगे है,
बरसाती मेंढक टर्राने लगे है।
ऊँगली पकड़कर जिन्होंने चलना सिखाया,
चलन जमाने को सिखलाने लगे है।
उर्मिला देवी के इस गीत ने भी श्रोताओ को मंत्रमुग्ध कर दिया:-
लहर चुनावी चली चली
जोर शोर से चली चली
वादे लेकर चली चली
कसमे देकर चली चली।
राजिम से आये तुकाराम कंसारी ने अपनी पीड़ा इस प्रकार प्रस्तुत की जहाँ साहित्य है वहाँ संस्कृति है जहाँ टी वी चैनल है वहाँ विकृति है। ओमवीर करण ने इस पंक्तियों के माध्यम से आक्रोश व्यक्त किया ।
इतिहास विजेताओं की रखैल बन कर रह गया है,
इतिहासकार बोलते है इतिहास हमेशा सच कहता है।
बेशक कविता खड़े करेगी हुकूमत को कटघरे में,
मैं कवि हूँ मेरा बयान लिया जाये।
आज की काव्य गोष्ठी में राजेश पराते,शुभम साहू,धनेश्वरी नारंग,सीमा गायकवाड़,मधु तिवारी,जागृति मिश्रा,चेतन भारती,ओमवीर करन,सिंधु झा,सुलोचना सिंह,फलेंद्र कुमार साहू,मो हुसैन,शोभा मोहन श्रीवास्तव,मोहन श्रीवास्तव,डॉ वीणा सिंह,प्रगति पराते,यशवंत यदु,विनय धीवर,गजानंद साहू,तुकाराम कंसारी,भूपेंद्र देवांगन,डॉ मीता अग्रवाल,लिलेश्वर देवांगन,विकास कश्यप,यशस्वी साहू,मिनेश साहू,रामेश्वर शर्मा,लोकनाथ साहू,अनिल श्रीवास्तव जाहिद,धनेश्वरी साहू,हेमलाल पटेल,ईश्वर शर्मा ने अपनी रचनाये प्रस्तुत की।समापन करते हुये वक्ता मंच के संयोजक शुभम साहू ने जानकारी दी कि वक्ता मंच द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर काव्य संग्रह का प्रकाशन कार्य अंतिम चरण पर है ।इसमें देश के 31 कवियो की कविताये प्रकाशित की जा रही है।यह संकलन जून महीने तक पाठको के हाथो में पहुँच जायेगा।धनेश्वरी नारंग द्वारा प्रस्तुत आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।