घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं की सुरक्षा करने में नाकारा सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक़ नहीं — विधानी
क़ानून-व्यवस्था और महिला-सुरक्षा के खोखले दावों के आईने में कांग्रेस सरकार का विकृत चेहरा दिख रहा : भाजपा
हत्या के 12 मामलों में आरोपी पतियों ने शराब की लत के विरोध पर विवाद कर पत्नियों को मौत के घाट उतार दिया
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष पूजा विधानी ने प्रदेश की क़ानून-व्यवस्था और आम लोगों की सुरक्षा के मुद्दे पर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है। श्रीमती विधानी ने कहा कि पूर्ण शराबबंदी के वादे से मुकर रही प्रदेश सरकार ने एक तो यूँ ही प्रदेश की मातृ-शक्ति के साथ घोर विश्वासघात किया है, अब महिलाओं की अस्मिता और जान तक ख़तरे में डालकर प्रदेश सरकार नारी-सशक्तिकरण के नाम पर सिवाय नित-नए स्वांग रचने के कुछ और नहीं कर रही है।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती विधानी ने बिलासपुर ज़िले में घटी हत्या की वारदातों के सामने आए आँकड़ों का हवाला देकर कहा कि ये क्रूर घटनाएँ पूरे प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा के खोखले दावों की ज़मीनी सच्चाई का वह आईना हैं जिसमें प्रदेश की कांग्रेस सरकार का विकृत चेहरा प्रतिबिम्बित हो रहा है। श्रीमती विधानी ने कहा कि प्रदेश के लोगों की सुरक्षा तक नहीं कर पाने वाली सरकार को सिर्फ़ एक बिलासपुर ज़िले के 01अप्रैल से 23 जुलाई तक के आँकड़े ही शर्मसार करने के लिए पर्याप्त हैं जहाँ इस अवधि में हुई कुल 30 हत्याओं में 23 महिलाओं को अपनी जान गँवानी पड़ी और यह सब उनके अपने परिजनों-रिश्तेदारों ने अंजाम दिया।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती विधानी ने कहा कि बिलासपुर ज़िले के ये आँकड़े सरकार को झकझोरने के लिए पर्याप्त हैं कि छत्तीसगढ़ का जो ज़िला न्यायधानी के नाम से जाना जा रहा है, उसका जब यह हाल है तो प्रदेश के दीग़र ज़िलों की स्थिति कितनी भयावह होगी! बलात्कार और हत्या की वारदातों ने महिला अस्मिता को लहूलुहान करके रख दिया है। श्रीमती विधानी ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं की जान के दुश्मन अमूमन परिवार के रक्त संबंधी और रिश्तेदार ही पाए गए हैं तो इसका अर्थ एकदम साफ है कि महिलाएँ आज भी घरेलू हिंसा की शिकार हैं और उनकी सुरक्षा कर पाने में यह प्रदेश सरकार नाकारा साबित हो रही है। ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक़ नहीं है।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती विधानी ने कहा कि जो आँकड़े सामने आए हैं, उनमें से हत्या के 12 मामले ऐसे थे जिनमें पारिवारिक कलह के चलते आरोपी पतियों ने पत्नियों की हत्या सिर्फ़ इसलिए कर दी क्योंकि आरोपी शराब पीने के आदी थे और पत्नियाँ उनकी इस लत से त्रस्त थीं। इन महिलाओं ने जब अपने पति की शराब की लत का विरोध किया तो आरोपियों ने विवाद करके अपनी पत्नियों को मौत के घाट उतार दिया। श्रीमती विधानी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब शराबबंदी के बजाय छलावा करके घर-घर शराब पहुँचा और अब ऑनलाइन होम डिलीवरी करा रहे हैं। यह नारी शक्ति से खुला विश्वासघात है और समय आने पर इसकी बड़ी राजनीतिक कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी।