केंद्र की भाजपा सरकार की नीतियों व कुशासन से तंग आ चुकी है जनता — प्रमोद दुबे
रायपुर — रायपुर लोकसभा कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद दुबे ने कहा कि मैंने कभी अपने आपको न तो शहर का महापौर माना और न ही नेता माना मैने तो रायपुर की जनता को अपना परिवार माना है और आप लोगों के आशीर्वाद से इस बार मैं नहीं बल्कि क्षेत्र की जनता जीतेगी और क्षेत्र में विकास का नया अध्याय लिखेगी। रायपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद दुबे ने कहा कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले जो वादे किए थे उनमें से एक भी वादों पर वह खरी नहीं उतरी। न तो युवाओं को रोजगार मिला न ही किसान सशक्त हुए बल्कि बीजेपी राज में सबसे ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की। प्रमोद दुबे ने कहा कि कांग्रेस की केंद्र में सरकार बनने पर हर वर्ग का ख्याल रखा जाएगा। कांग्रेस के घोषणा पत्र को अक्षरस: लागू किया जाएगा। गरीबों को सालाना 72 हजार रू, युवाओं को रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा के बजट में बढ़ोतरी के साथ ही किसानों के सशक्तिकरण अलग से किसान बजट लाया जाएगा जिसमें इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि किसानों को उनकी उपज का सही दाम बाजार में मिल सके। प्रमोद दुबे ने कहा कि प्रदेश में जबसे कांग्रेस की सरकार बनी है तबसे केंद्र सरकार प्रदेश से भेदभाव बरत रही है, केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को चावल भेजना बंद कर दिया है जिससे गरीबों के लिए संचालित दाल भात केंद्र को बंद करने की नौबत आ गई।
आईसीसी के महामंत्री छग प्रभारी पी एल पुनिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया, पीसीसी महामंत्री गिरीश देवांगन,महामंत्री महेंद्र छाबड़ा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला पूर्व महापौर किरणमयी, प्रदेश प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी नायक, जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे, चुनाव संचालक प्रमोद चौबे, जिला अध्यक्ष ग्रामीण नारायण कुर्रे, विधायक कुलदीप जुनैजा, विधायक विकास उपाध्याय, प्रमोद चौबे, आंनद कुकरेजा,पारस चोपड़ा,शारदा देवी वर्मा ,सुनील माहेश्वरी,पप्पू बंजारे अमित श्रीवास्तव, पंकज मिश्रा,बाकर अब्बास, अविनय दुबे , सन्टी चावला,पीयूष कोसरे,नवीन चन्द्राकर,दीपक चौबे,देव यादव,नवीन लाजरस,योगेश मिश्रा,राघवेंद्र पाठक,नीरज पांडे,घनश्याम पांडेय,नितिन झा,रियाज खान,संजय वंदे, नागुदीप, सिलियास चरण,दिनेश ठाकुर,विश्वनाथ चक्रवर्ती सभी ब्लॉक अध्यक्षगण, वार्ड अध्यक्षगण, रायपुर नगर निगम पार्षदगण समेत रायपुर लोकसभा के अंतर्गत विभिन्न प्रकोष्ठों के नेता, महिला कांग्रेस, एनएसयूआई और युवक कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता हज़ारो की संख्या में शामिल रहे।