पूर्ण शराबबंदी के मुद्दे पर वादाख़िलाफ़ी और दग़ाबाजी कर कांग्रेस सरकार का अपना नाकारापन ढँकना शर्मनाक : भाजपा
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस के बड़े लोगों की शराब तस्करी में हुई गिरफ्तारी को राजनीतिक संस्कारों की गिरावट बताया
रायपुर – भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने शराब के मुद्दे पर कांग्रेस के बयान को हास्यास्पद प्रलाप बताते हुए कहा है कि कांग्रेस पूर्ण शराबबंदी को लेकर प्रदेश के साथ वादाख़िलाफ़ी और दग़ाबाजी करने के बाद भी इस मुद्दे पर गोलमोल बातें करके जिस तरह अपने नाकारापन को ढँकने की कोशिश कर रही है, वह बेहद शर्मनाक है। श्री सुंदरानी ने कहा कि भाजपा शासन को अकारण कोसने से कांग्रेस की वादाख़िलाफ़ी का पाप नहीं धुलेगा और इसलिए कांग्रेस पूर्ण शराबबंदी के वादे पर अमल करने में अपनी ऊर्जा खपाए।
भाजपा प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्री सुंदरानी ने कहा कि कांग्रेस और प्रदेश सरकार को पूर्ण शराबबंदी के मुद्दे पर ढोंगी साबित हुई है। जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सत्तारूढ़ हुई है, तस्करी के माध्यम से शराब का यह गोरखधन्धा शासन व प्रशासन की मिलीभगत से चल रहा है। इधर, लॉकडाऊन के बावजूद प्रदेश सरकार जिस तरह शराब का कारोबार चलाने की ललक दिखा रही थी उससे ही यह स्पष्ट हो रहा था कि प्रदेश सरकार शराबबन्दी के लिए क़तई ईमानदार नहीं है। श्री सुंदरानी ने कहा कि गंगाजल हाथ में लेकर कसमें खाने वाले प्रदेश सरकार और कांग्रेस के लोगों को शराब की कोचियागिरी इतनी भा गई है कि गंगाजल की पवित्रता को कलंकित करने तक पर वे उतारू हैं। भाजपा शुरू से कांग्रेस की प्रदेश सरकार को पूर्ण शराबबंदी के वादे की याद दिलाती आ रही है लेकिन प्रदेश सरकार और कांग्रेस अब पाँच साल में वादा पूरा करने की बात कहकर प्रदेश के साथ धोखाधड़ी कर रही है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्री सुंदरानी ने तीखा कटाक्ष किया कि भाजपा के लोगों की शराब तस्करी के मामले गिनाने से पहले कांग्रेस के नेता शराब तस्करी के मामले में मुंगेली जिले के लोरमी क्षेत्र की एक कांग्रेस नेत्री के पुत्र की गिरफ्तारी को याद कर लें। कोरोना संकट के दौर में भी पुलिस कर्मियों के सहयोग से मध्यप्रदेश से शराब की तस्करी का यह मामला लॉकडाऊन के प्रति प्रदेश सरकार की शर्मनाक व आपराधिक लापरवाही का नमूना था। श्री सुंदरानी ने कहा कि कांग्रेस को यह भी याद रखना ज़रूरी है कि मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के गृह ज़िले के एक पुलिस अधिकारी को शराब तस्करी करते बस्तर संभाग में पकड़ा गया था और कांग्रेस व प्रदेश सरकार इस सवाल पर चुप्पी साधे बैठी है कि उक्त पुलिस अधिकारी बस्तर से तस्करी कर शराब दुर्ग ज़िले में किन-किन वीआईपी को वितरित करने लेकर आ रहा था?
भाजपा प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्री सुंदरानी ने कांग्रेस नेताओं के शराब तस्करी में संलिप्त रहने पर हैरत जताते हुए इसे कांग्रेस नेताओं के राजनीतिक संस्कारों की गिरावट का नमूना बताया है। कोरोना संक्रमण के दौरान जारी लॉकडाऊन की इस अवधि में भी कांग्रेस के जन प्रतिनिधियों के परिजनों व नेताओं की शराब तस्करी में संलिप्तता आपराधिक स्तर का गंभीर मामला था, पर इन मामलों की चर्चा करने पर कांग्रेस को साँप सूंघ जाता है। श्री सुंदरानी ने कहा कि भाजपा के लोगों पर शराबखोरी का तंज कसने और भाजपा के लोगों को शराब मिलने पर सवाल उठाने वाले कांग्रेस नेता पहले इस बात का जवाब देश व प्रदेश की जनता को दें कि शराब तस्करी करके कांग्रेस नेता व जन-प्रतिनिधियों के परिजन अपने किन राजनीतिक संस्कारों का परिचय दे रहे थे? क्या कोरोना वैश्विक संकट के मद्देनजर कांग्रेस के लोगों को इस तरह के आपराधिक कृत्य करते हुए जरा भी शर्म महसूस नहीं हो रही थी?
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्री सुंदरानी ने कांग्रेस को यह भी याद दिलाया है कि लॉकडाउन अवधि में हरियाण से शराब की तस्करी कर उसे दिल्ली लाते कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया गया था, जो कांग्रेस का राष्ट्रीय सचिव, महाराष्ट्र प्रभारी और आपदा प्रबन्धन समिति का अध्यक्ष है। जिस स्कॉर्पियो वाहन से तस्करी कर यह शराब लाई जा रही थी वह वाहन युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का है। अपने राजनीतिक रसूख के दम पर कांग्रेस के लोग इस तरह के अपराध में संलिप्त हैं। श्री सुंदरानी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने ऐसे अपराध कर्मों से अपने राजनीतिक चरित्र का शर्मनाक प्रदर्शन किया है। एक ओर भाजपा के लाखों कार्यकर्त्ता कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लॉकडाऊन से प्रभावित जरूरतमंद परिवारों को सहायता सामग्री व भोजन पहुँचा रहे थे, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के नेता चोरी-छिपे शराब की तस्करी कर लोगों को शराब बाँट रहे थे।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्री सुंदरानी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को लेकर शराब के मुद्दे पर अनर्गल प्रलाप करने से पहले कांग्रेस के लोग अपना दामन झाँकें कि वादाख़िलाफ़ी करके प्रदेश के साथ छलावा करने पर आमादा हैं और लगातार झूठ बोलकर जनभावनाओं, खासकर मातृ-शक्ति की भावनाओं को कुचलने का काम कर रहे हैं। प्रदेश साक्षी है कि सरकार एक तरफ लॉकडाऊन का हवाला देकर शराब दुकानों को बंद करने फरमान जारी कर रही थी और खुद ही शराब दुकानों को खोलने के लिए समिति भी गठित कर रही थी! श्री सुंदरानी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विपक्ष में रहते हुए पूर्ववर्ती भाजपा प्रदेश सरकार पर शराब के कारोबार को लेकर खूब तानाकशी करते थे लेकिन अब वे घर-घर शराब पहुँचाने के लिए प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से डिलीवरी ब्वॉय नियुक्त कर प्रदेश सरकार ‘लाइसेंसधारी शराब कोचिए’ नियुक्त कर रहे हैं, ऑनलाइन शराब बेच रहे हैं!