छत्तीसगढ़ को कंगाल बना चुकी प्रदेश सरकार धान खरीदी से बचने के लिए साजिशों का जाल बुनने में जुट गई है — साय
बारदाना आपूर्ति में दिक्कत की बहानेबाजी न कर नियत समय पर ख़रीदी की तैयारी को लेकर संज़ीदा हो प्रदेश सरकार : भाजपा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने चेताया : कोरोना संकट की आड़ लेकर मुख्यमंत्री बघेल धान ख़रीदी टालने का ख़्याल भी न पालें
प्रदेश सरकार की ज़िम्मेदारी है कि बारदाना आपूर्ति सुनिश्चित कर धान ख़रीदने की तैयारी पर गंभीरता से काम करे
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने प्रदेश सरकार से धान ख़रीदी को लेकर बारदाना आपूर्ति की दिक्कत की बात कहकर अभी से बहानेबाजी करने के बजाय ख़रीदी प्रक्रिया की तैयारी को लेकर संज़ीदा होने कहा है। श्री साय ने कहा कि कोरोना संकट की आड़ लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस साल भी धान ख़रीदी का काम टालने का ख़्याल भी न पालें। भाजपा प्रदेश के किसानों के साथ इस बार क़तई अन्याय नहीं होने देगी। प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष भी एक महीने विलंब से धान ख़रीदना शुरू किया था और किसानों को रोज़ नित-नए नियम-क़ानून बनाकर आख़िरी तक न केवल हलाकान किया, बल्कि किसानों के आत्म-सम्मान तक को लहूलुहान कर दिया था।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि किसानों के साथ प्रदेश सरकार इस बार फिर धान ख़रीदी को लेकर छलावा करने की नीयत का परिचय देने में लग गई है। प्रदेश सरकार अभी से बहानेबाजी कर धान ख़रीदी को लेकर हीलाहवाला पर उतारू हो गई है कि बारदाना आपूर्ति में दिक्कत की वज़ह से धान ख़रीदी में देरी हो सकती है। कोरोना संकट की आड़ लेकर प्रदेश सरकार किसानों को भरमाने में लगी है कि कोरोना संकट की वज़ह से बारदाना बनाने वाली फैक्ट्रियों में काम बंद है और इसलिए धान ख़रीदी के काम पर इससे सीधा असर पड़ेगा। श्री साय ने कहा कि अनलॉक की प्रक्रिया के बाद प्रदेश सरकार अब किसी तरह की बहानेबाजी करके अपनी बदनीयती का प्रदर्शन न करे और यह प्रदेश सरकार की ज़िम्मेदारी है कि वह किसी भी तरह बारदानों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कर किसानों का धान ख़रीदने की तैयारी पर गंभीरता से काम करे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए भाजपा की प्रदेश सरकार पर एक नवंबर से ही धान ख़रीदी के लिए दबाव बनाने वाले तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बघेल अब मुख्यमंत्री बनने के बाद धान ख़रीदी के मुद्दे पर लगातार छल की नीति का परिचय दे रहे हैं। सहकारी समितियों में धान बेचने के लिए किसानों का पंजीयन शुरू करा चुकी प्रदेश सरकार अब कोरोना को लेकर बहानेबाजी करके इस बार धान ख़रीदी का समय और टालने की भूमिका बनाने लगी है। श्री साय ने कहा कि अभी तो यह सरकार किसानों को पिछले खरीफ सत्र की धान ख़ीदी का ही पूरा भुगतान कर नहीं पाई है। प्रदेश का खजाना लुटाकर और प्रदेश पर कर्ज़ का बोझ लादकर छत्तीसगढ़ को कंगाल बना चुकी प्रदेश सरकार चालू खरीफ सत्र में धान खरीदी और किसानों को भुगतान से बचने के लिए जाल बुनने में जुट गई है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि इस बार प्रदेश सरकार को किसानों के साथ अन्याय और छलावा करने का कोई मौक़ा भाजपा नहीं देगी और किसानों को अभी से हम जागरूक करने का काम करेंगे। श्री साय ने चेतावनी दी कि अब यदि प्रदेश सरकार किसानों के उग्र विरोध से बचना चाहती है तो वह अभी समय रहते बारदानों की व्यवस्था में जुटे। अभी चालू खरीफ सत्र की धान ख़रीदी में साढ़े तीन महीने का वक़्त है और इतना समय सरकार के लिए बारदानों की किसी भी तरह व्यवस्था करके धान ख़रीदी नियत समय पर शुरू करने के लिए पर्याप्त है। श्री साय ने कहा कि प्रदेश सरकार को किसानों के साथ क़दम-क़दम पर छलावा, दग़ाबाजी और सियासी नौटंकियाँ करते हुए ज़रा तो शर्म महसूस करनी चाहिए। किसानों को सब्जबाग दिखाकर उनके ही साथ सियासी फ़ितरत दिखाने की बड़ी कीमत कांग्रेस चुकाने को अब तैयार रहे।