हादसों का शहर बना रायपुर ….
रायपुर —जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश
प्रवक्ता व अधिवक्ता भगवानू नायक ने रायपुर शहर के अंदर सड़क दुर्घटना
में लगातार हो रही लोगों की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा
वैसे तो जिसने जन्म लिया है उसकी मृत्यु तय है पर जब किसी व्यक्ति की
आकस्मिक मृत्यु होती है तो उसके घर वालों के समक्ष मानों पहाड़ों सा दुःख
टूट पड़ता है। ऐसे ही रायपुर की राजधानी में प्रशासन की लापरवाही के चलते
सड़क दुर्घटना में लगातार लोग मारे जा रहे है। राजधानी का एक ऐसा विचित्र
टाटीबंध चौक जहां पर चारों दिशा से रोज हजारों वाहनों का आवाजाही होता
है, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर, महासमुंद और रायपुर के लिए सुबह से लेकर देर
रात तक दुपहिया से लेकर भारी वाहनों का आना-जाना लगा रहता है, घुमावदार
चौराहा होने के कारण ट्रेफिक जाम की स्थिति बनी रहती है भारी वाहनों की
लंबाई के हिसाब से सड़के सकरी है वाहन को एक दिशा से दूसरी दिशा में
मुड़ने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिलती साथ ही रफ्तार नियंत्रित करने की
कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है जिस कारण यह चौक मौत को आमंत्रित करता है आये
दिन वहां पर दुर्घटनाएं होती है, अभी सप्ताहभर में इस क्षेत्र में सड़क
दुर्घटना से तीन लोगों की मौत हो चुकी है और साल भर में सड़क दुर्घटना से
रायपुर में दर्जनों लोगों की मौत हो जाती है। बावजूद इसके प्रशासन कोई
ठोस कदम नहीं उठाती है बल्कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने तो हद तब पार कर
दी जब रायपुर की जनता को फ्लाई ओवर देने के बजाय अनुपयोगी साबित होने
वाले स्काई वाक बनाकर करोड़ों रूपये बर्बाद कर दिया। नायक ने नई सरकार से
राजधानी के अंदर ट्रेफिक व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त करते हुए फ्लाई ओवर
बनाने की मांग की है।