युवाओं को नई नौकरियों और बेरोज़गारी भत्ते का झाँसा देकर सत्ता में आने वाली कांग्रेस सरकार मनरेगा की मज़दूरी तक नहीं दे रही : भाजपा
मनरेगा मज़दूरी नहीं मिलने पर महासमुंद ज़िले में एक युवक का आत्महत्या करना प्रदेश सरकार के कलंकित कार्यकाल की एक और शर्मनाक घटना : अजय चंद्राकर
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने मनरेगा मज़दूरी का भुगतान नहीं करने और निजी रुपए नहीं लौटाने पर महासमुंद ज़िले की ग्राम पंचायत खल्लारी में एक युवक द्वारा की गई आत्महत्या को प्रदेश सरकार के कलंकित कार्यकाल की एक और शर्मनाक घटना निरूपित किया है। श्री चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी बदनीयती और कुनीतियों के चलते प्रदेश के हर वर्ग के विभिन्न आयु सीमा के लोगों को आत्महत्या के लिए विवश कर रही है। प्रदेश सरकार का यह कार्यकाल सरकार के नाकारापन के चलते लोगों को आत्महत्या के लिए बाध्य होने की सर्वाधिक कलंकपूर्ण घटनाओं के लिए याद रखा जाएगा।
श्री चंद्राकर ने कहा कि केंद्र सरकार की मनरेगा योजना के ज़रिए लोगों को ज़्यादा-से-ज़्यादा रोज़गार मुहैया कराने के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा गाहे-बगाहे किए जाने दावों का खोखलापन तो इस घटना से ज़ाहिर हो ही रहा है, साथ ही इस योजना को लेकर अपनी झूठी वाहवाही कराने की प्रदेश सरकार की ओछी मानसिकता भी बेनक़ाब हो चली है। श्री चंद्राकर ने कहा कि मनरेगा योजना के लिए केंद्र सरकार ने अपने बज़ट प्रावधान को बढ़ाने का काम किया है। कोरोना की पहली लहर के समय ही केंद्र सरकार ने मनरेगा योजना के लिए 40 हज़ार करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रावधान किया। केंद्र से पर्याप्त राशि मिलने के बाद भी प्रदेश सरकार आख़िर यहाँ के युवाओं के साथ इतनी संवेदनहीनता की पराकाष्ठा क्यों कर रही है कि लोगों को मनरेगा की मज़दूरी तक नहीं मिल पा रही है और समय पर अपने हक़ का पैसा पाने के लिए युवाओं को आत्महत्या तक के लिए बाध्य होना पड़ रहा है! श्री चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश सरकार का ढाई साल का कार्यकाल प्रदेश के युवकों सहित हर वर्ग के लिए छलावा और धोखाधड़ी का कार्यकाल साबित हुआ है। प्रदेश की तरुणाई का आत्महत्या के लिए विवश होना प्रदेश के लिए कलंकपूर्ण तो है ही, उस प्रदेश सरकार के निकम्मेपन का भी परिचायक है जिसने प्रदेश के युवाओं को नई नौकरियों और बेरोज़गारी भत्ते का झाँसा देकर सत्ता हासिल की और अब उन्हीं युवाओं को मनरेगा की मज़दूरी तक देने में हीलाहवाला किया जा रहा है!