भूपेश सरकार अपने वादों से मुकर रही है — सुंदरानी
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा केन्द्र सरकार की योजनाओं में राज्य सरकार की हिस्सेदारी कम करने का आग्रह किए जाने पर निशाना साधा है। पार्टी ने कहा कि प्रदेश को कंगाली के मुहाने पर ला खड़ा करने वाली प्रदेश सरकार दरअसल अपनी नाकामियों को ढंकने की शर्मनाक कोशिश कर रही है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता श्रीचंद सुन्दरानी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने यूं भी राजनीतिक दुर्भावनावश केन्द्र सरकार की अनेक योजनाओं को या बंद कर दिया या फिर अधर में लटका रखा है। गरीब श्रमिकों के लिए जारी कन्या विवाह योजना तक तो प्रदेश सरकार ने बजट के नाम पर बंद कर दी, जिसमें राज्य सरकार का एक पैसा खर्च नहीं हो रहा था। बजट का रोना रोकर हाल ही बुजुर्गों की तीर्थ दर्शन यात्रा रद्द की गई है । जो प्रदेश सरकार आम आदमी के लिए शुरू की गई योजनाओं के वित्तीय प्रबंधन में भी नाकारा सिध्द हो रही है, वह तो अब काम नहीं करने के ऐसे बहाने ही ढूंढ़ेगी। श्री सुन्दरानी ने कहा कि वस्तुतः बघेल सरकार अब हर मोर्चे पर बुरी तरह विफल हो चुकी है और उसने अपने छह माह के कार्यकाल में अपने आचरण से यह साबित कर दिया है कि उसे सरकार चलाने की सामान्य-सी समझ भी नहीं है। राजनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर विफलता के कीर्तिमान स्थापित कर चुकी प्रदेश सरकार तो अब अपने ही वादों से मुकर रही है और प्रदेश के आदिवासियों, किसानों, गरीबों, महिलाओं और युवकों के बाद शिक्षाकर्मियों के संविलियन में भी छलावा करने पर आमादा है।
भाजपा प्रवक्ता श्री सुन्दरानी ने कहा कि अपनी नाकामियों को छिपाने की गरज से अब मुख्यमंत्री केन्द्र से राज्य पर ज्यादा बोझ नहीं डालने और राज्य सरकार का अंशदान कम करने की बात कह रहे हैं और केन्द्र से ‘बड़े भाई’ जैसे बर्ताव की अपेक्षा जताने का हास्यास्पद उपक्रम कर रहे हैं। वे अपनी नाकामियों का ठीकरा केन्द्र सरकार पर फोड़ने की साजिशाना राजनीतिक रणनीति पर काम कर रहे हैं। उन्हें पता है कि हजारों करोड़ रुपए के कर्ज के बोझ से लदे छत्तीसगढ़ को वे अपने वित्तीय संसाधनों से उबारने की क्षमता नहीं रखते, इसलिए अब इस तरह के दांव-पेंच आजमा रहे हैं।