भूपेश सरकार में प्रतिवर्ष 330 किलोमीटर सड़क बन रही है रमन सरकार में मात्र प्रतिवर्ष 218 किलोमीटर सड़क बना था – धनंजय सिंह
भूपेश सरकार सड़क बना रही है और रमन सरकार के गड्ढों को भी भर रही है
रमन सरकार के दौरान 81600 करोड रुपए की 27200 किलोमीटर की सड़क चोरी हो गई थी
रमन सरकार में 293745 सड़क की दुर्घटना हुई और 48461 लोगों की मौत हुई थी
रायपुर/ भाजपा के आरोपों पर तीखा जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार नया सड़क बना रही है और रमन सरकार के दौरान जो सड़क घोटाला हुआ था और उस घोटाला के कारण जो सड़कों में गड्ढा हुआ था उन सड़कों के गड्ढे को भी भर रही है। रमन सरकार के दौरान मात्र 218 किलोमीटर सड़क प्रतिवर्ष बनता था मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार में प्रति वर्ष 330 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना धरसा योजना सहित अनेक योजनाओं के माध्यम से आम जनता को सड़क की सुविधा प्रदान की जा रही है गुणवत्ता पूर्ण सड़क का निर्माण किया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल के रमन सरकार ने सड़कों को गुणवत्ताहीन बनाया बेतरतीब बनाया। ब्लैक स्पॉट को सुधारा नही जिसके चलते रमन सरकार के दौरान 293745 सड़क दुर्घटना हुई जिसमें 48461 लोगों की मौत हुई थी। यही स्थिति मोदी सरकार बनने के बाद नेशनल हाईवे में भी है मोदी सरकार बनने के बाद नेशनल हाईवे का सही तरीका से मेंटेनेंस नहीं होने के कारण सड़क दुर्घटनाओं में 40 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़ी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार में ब्लैक स्पॉट को सुधारा गया है। सड़कों की गुणवत्ता सुधारी गई है और सड़के मजबूत बना है। जिसके कारण सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आई है। रमन सरकार के दौरान जहां प्रतिवर्ष 19000 से अधिक सड़क के दुर्घटनाएं होती थी उसमें भारी कमी आई है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रमन सरकार के दौरान 81600 करोड रुपए की 27200 किलोमीटर सड़क चोरी हो गई थी इन सड़कों के नाम से रमन सरकार में पैसा निकाल लिया गया था लेकिन सड़क नही बनाई गई। 463 करोड़ रुपए का एक्सप्रेसवे उद्घाटन के पहले धसक गया ओवरब्रिज क्षति ग्रस्त हो गये जिसे कांग्रेस की सरकार ने पुरा तुड़वाकर मजबूत कराया। रमन सरकार के दौरान 1 जिले में बनी सड़क तस्वीर को दूसरे जिले का सड़क बताकर घोटाला किया जाता था।