कांग्रेस की पत्रकार वार्ता : भाजपा ने तीन बार के घोषणा पत्र के फ्रंट पेज में छपे 31 में से 25 वायदों को पूरा नहीं किया था
पत्रकार वार्ता 17.08.2023
पत्रकारों से चर्चा करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिये घोषणा पत्र जनता को ठगने का दस्तावेज होता है। भाजपा हर चुनाव के पहले घोषणा पत्र बनाती है जिसको संकल्प पत्र नाम देती है लेकिन कभी घोषणा पत्र के वायदों को पूरा नहीं करती है। तीन बार 2003, 2008, 2013 के चुनाव में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में जो वायदे किया था। यह वह घोषणायें है जिसे उसने तीनों बार फ्रंट पेज में छापा था। तीन चुनावों में 31 वायदे किये जिनमें 25 को पूरा नहीं किया। कांग्रेस और भाजपा में यही अंतर है। हमारे लिये घोषणा पत्र वायदा निभाने का पवित्र दस्तावेज होता है, भाजपा के लिये यह एक चुनावी हथियार मात्र होता है। यह भाजपा के तीन बार के घोषणा पत्रों के फ्रंट पेज में छपी घोषणाओं के विश्लेषण से स्पष्ट होता है। भाजपा ने तीन चुनावों में 2003, 08, 13 में 150 से अधिक वायदे किया था जिसमें से 30 प्रतिशत भी पूरा नहीं किया। कांग्रेस ने 5 सालों में 36 में से 34 वायदे पूरा किया।
हिन्दू धर्म में संकल्प पवित्र शब्द माना जाता है जब हम कोई भी पूजा, पाठ अनुष्ठान करते है तो कुश जल लेकर संकल्प लेते है। भाजपा ने तीन बार अपने घोषणा पत्र को संकल्प पत्र नाम देकर लगातार उस संकल्प की अवहेलना करने का महापाप करती रही है।
भाजपा का घोषणा पत्र 2003
ऽ हर जरूरतमंद बेरोजगार 12वी पास युवाओं एवं युवतियों को 500 रुपये मासिक बेरोजगारी भत्ता देंगे – नही दिया।
ऽ लघु एवं सीमांत किसानों को कर्जा माफ – नहीं किया
ऽ छत्तीसगढ़ के 146 विकासखण्डों में 1500 से अधिक दाल भात सेन्टर खोले जायेंगे। इन सेन्टरों पर मात्र पांच रूपये में उपलब्ध होगा दाल-भात – एक साल में सभी बंद हो गये
ऽ प्रत्येक आदिवासी परिवार को एक गाय – नहीं दिया
ऽ प्रोफेशनल टैक्स की समाप्ति – 15 सालों तक नहीं किया
ऽ 1990 तक वन भूमि घर काबिज आदिवासियों को उनके पट्टे दिये जायेंगे – नहीं दिया
ऽ भू-भाटक की पूर्णतः समाप्ति – नहीं किया।
ऽ हर आदिवासी परिवार से एक को सरकार नौकरी
2003 के ही प्रमुख वायदो में एक पूरा किया, एक आधा पूरा किया, 7 पूरा नहीं किया।
भाजपा का घोषणा पत्र 2008
ऽ अंत्योदय राशन कार्ड-1 रू. किलो चांवल।
ऽ मुफ्त नमक (32 लाख परिवारों को)
ऽ धान पर 270 रू. बोनस – नहीं दिया
ऽ किसानों को 1,2,3,4,5, हार्स पावर पम्पों पर मुफ्त बिजली – नहीं दिया
ऽ किसानों को ब्याज मुक्त ऋण – नहीं दिया
ऽ पलायन मुक्त छत्तीसगढ़ – लगातार पलायन जारी था
ऽ भय मुक्त छत्तीसगढ़ – नक्सल गतिविधियां चरम पर
ऽ उच्च शिक्षा के लिये ब्याज मुक्त ऋण – नहीं दिया
2008 के 8 वायदो में 6 पूरा नहीं किया
भाजपा का घोषणा पत्र 2013
ऽ गरीब जनता को अब एक रुपये किलो में चावल।
ऽ 2100 रू. धान के समर्थन मूल्य हेतु पहल – नहीं दिया
ऽ 300 रू. प्रति क्विंटल प्रतिवर्ष बोनस – नहीं दिया
ऽ किसानों को ब्याज मुक्त ऋण – नहीं दिया
ऽ नोनी सुरक्षा योजना – सरकारी आश्रमों झलियामारी तक में बच्चियां सुरक्षित नहीं थी
ऽ कॉलेज प्रवेश लेते ही युवाओं को लैपटॉप/टैबलेट – एक वर्ष दिया
ऽ शिक्षित बेरोजगारों को 3 प्रतिशत ब्याज पर ऋण – नहीं दिया
ऽ स्व सहायता समूहों को दो लाख रू. ब्याज मुक्त ऋण – नहीं दिया
ऽ खेतिहर मजदूरों का शत-प्रतिशत बीमा – नहीं किया
ऽ निराश्रिम पेंशन दोगुना किया जायेगा – नहीं किया
ऽ पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण एवं वित्त विकास निगम का गठन – नहीं किया भूपेश सरकार ने किया
ऽ स्मार्ट कार्ड में पचास हजार रूपये तक प्रतिवर्ष इलाज।
ऽ मेट्रो एवं मोनो रेल योजना – नहीं शुरू हुई
ऽ छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम का गठन – नहीं हुआ
ऽ छत्तीसगढ़ी राजभाषा के 8वीं अनुसूची में शामिल करने का समग्र प्रयास – नहीं किया
2013 के 15 वायदों में से 13 पर कुछ नहीं किया, 2 में से एक वायदा केन्द्र सरकार की योजना थी, दूसरा हर चुनाव में भुनाते थे 1 रू. किलो चावल का
संकल्प पत्र के नाम पर जनता को बार-बार ठगने वाली भाजपा एक बार फिर से जनता की आंखों में धूल झोंकने फिर से घोषणा पत्र बनाने की नौटंकी कर रही है। भाजपा के पुराने रिकार्ड बताते है कि उसके लिये घोषणा पत्र चुनावी सब्जबाग है। इसके विपरीत हमने 36 वायदे किये और 5 सालों में 36 में से 34 पूरा कर दिया। भाजपा कुछ भी कर ले जनता अब उनके बहकावे में नहीं आयेगी।
पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह, सुरेंद्र वर्मा, वंदना राजपूत, नितिन भंसाली, अमित श्रीवास्तव, अजय गंगवानी, जावेद खान उपस्थित थे।