भीड़ नहीं जुटी इसलिये शाह परिवर्तन यात्रा शुरू करने नहीं आये – कांग्रेस
पत्रकार वार्ता 12.09.2023
भाजपा की तथाकथित यात्रा को शुरू होने से पहले ही जनता ने नकार दिया
छत्तीसगढ़ में पांच साल में आमूलचूल परिवर्तन आ चुका है
राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा की तथाकथित परिवर्तन यात्रा को जनता ने शुरू होने के पहले ही नकार दिया। भीड़ नहीं जुटी इसलिये अमित शाह परिवर्तन यात्रा में बस्तर नहीं आये। अमित शाह के कार्यक्रम में पहले भी भीड़ नहीं जुटी थी। उनके द्वारा आरोप पत्र लांच के कार्यक्रम में दो तीन सौ लोग भी इकट्ठा नहीं हो पाये। सराईपाली में भी अमित शाह की सभा में भीड़ नहीं जुटी थी तो भाजपा को उड़ीसा से लोगों को ढोकर लाना पड़ा था। जब ओम माथुर भाजपा के परिवर्तन रथ की पूजा कर रहे थे तो कोई भी भाजपा का स्थानीय नेता नहीं था। यह बताता है कि भाजपा की परिवर्तन यात्रा को जनता के साथ भाजपा के कार्यकर्ताओं का भी समर्थन नहीं मिल रहा है। कार्यक्रम में भीड़ नहीं आने के कारण नाराज अमित शाह ने ओम माथुर, रमन सिंह, अरूण साव को फटकार लगाने दिल्ली बुलाया है।
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के हालात में परिवर्तन लाने 2013 में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल के नेतृत्व में परिवर्तन यात्रा निकाली थी जिस परिवर्तन यात्रा पर भाजपा की तत्कालीन रमन सरकार ने आपराधिक राजनैतिक षड़यंत्र कर सुरक्षा हटा कर हमला करवाया था और 25 मई 2013 को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हुये हमले के कारण कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के नेताओं सहित 31 लोग शहीद हुये थे।
भाजपा भी कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा की बेशर्मीपूर्वक नकल करके परिवर्तन यात्रा निकाल रही है। छत्तीसगढ़ में 15 सालों के कुशासन, भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी के भाजपा के राज में परिवर्तन हो चुका है। भाजपा किस चीज में परिवर्तन के लिये यात्रा निकाल रही है, छत्तीसगढ़ में तो हालात भाजपा की सरकार की विदाई के बाद ही परिवर्तन हो चुके है।
दिसंबर 2018 के रमन राज के बाद कांग्रेस के भूपेश सरकार के राज में हुये क्रांतिकारी परिवर्तन –
परिवर्तन आ गया है तभी तो 15 सालों तक छत्तीसगढ़ की अस्मिता को भूलने वाली भाजपा अपने तथाकथित परिर्वतन रथ में छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो लगाने को मजबूर हुई है।
रमन राज में किसानों को उनकी उपज की पूरी कीमत नहीं मिलती थी परिवर्तन हो गया अब कांग्रेस सरकार के राज में किसान 2640 रू. प्रति क्विंटल प्राप्त कर रहा है।
रमन राज में कुल 50 लाख टन धान की खरीदी होती थी परिवर्तन हो गया कांग्रेस राज में 107 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो रही है। इस वर्ष 125 लाख मीट्रिक टन की खरीदी होगी।
रमन राज में सिर्फ 10 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी का नियम बना फिर 15 क्विंटल किया विरोध के बाद परिवर्तन हो गया भूपेश सरकार प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी करेगी।
भाजपा के राज में किसान कर्ज के कारण आत्महत्या करते थे परिवर्तन हो गया भूपेश राज में 20 लाख किसानों का 10 हजार करोड़ का कर्जामाफ हो गया है किसान खुशहाल हो गये है।
भाजपा के रमन सरकार के समय राज्य की बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत थी उसमें परिवर्तन हो गया भूपेश राज में 0.5 प्रतिशत रह गयी है।
रमन राज में सरकारी नौकरी में भर्तियां बंद थी परिवर्तन हुआ भूपेश सरकार ने पिछले पांच साल में 1 लाख सरकारी नौकरियों में युवाओं की भर्तियां किया तथा 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया।
भाजपा के राज में छत्तीसगढ़ के लोग महंगी बिजली खरीदने को मजबूर थे, कांग्रेस के राज में 400 यूनिट तक बिजली के दाम आधा हो गये। लगभग 42 लाख से अधिक लोगों को लगभग 4000 करोड़ रू. की राहत बिजली के बिल में भूपेश सरकार ने दिया।
रमन राज में तेंदूपत्ता संग्राहकों को मात्र 2500 रू. मानक बोरा मिलता था परिवर्तन हुआ कांग्रेस सरकार उसको बढ़ाकर 4000 रू. देती है।
भाजपा शासन काल में 7 वनोपजों की खरीदी होती थी परिवर्तन के बाद कांग्रेस सरकार 65 वनोपज खरीदती है।
भाजपा के राज में निरापराध आदिवासी जेलों में डाले जाते थे, कांग्रेस ने 1300 से अधिक लोगों को रिहा किया।
भाजपा सरकार लोगों की 5 डिसमिल तक जमीनों की रजिस्ट्री नहीं होने देती थी परिवर्तन हुआ कांग्रेस ने सभी को उनकी जमीनों को अपने अनुसार बेचने का अधिकार दिया।
रमन राज में लोगों के मकानों, दुकानों को तोड़ने की धमकियां दी जाती थी, भयादोहन होता था परिवर्तन हुआ कांग्रेस की सरकार ने नियमितीकरण नियम लाकर लोगों को राहत दिया।
रमन राज में छोटे व्यापारियों को हर साल गुमास्ता का नियमितीकरण कराना पड़ता था परिवर्तन हुआ कांग्रेस सरकार ने उसकी आजीवन कर दिया।
रमन राज में छोटे-छोटे दस्तावेजों बनाने के लिये सरकारी ऑफिस के चक्कर काटना पड़ता था परिवर्तन हुआ कांग्रेस सरकार ने मितान योजना में दस्तावेज बनाकर घर पहुंचाया जाता था।
रमन राज में नक्सली राजधानी रायपुर तक पहुंच गये थे परिवर्तन हुआ कांग्रेस राज में नक्सलवादी घटनाओं में 80 प्रतिशत तक की कमी आई है।
भाजपा शासनकाल में प्रदेश में 8 मेडिकल कॉलेज थे परिवर्तन हुआ भूपेश सरकार में 13 मेडिकल कॉलेज हो गये, 4 खुलने वाले है।
परिवर्तन हुआ कांग्रेस राज में गरीब आदमी की अपने बच्चों को मुफ्त अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा दिला रहा, 700 स्वामी आत्मानंद स्कूल खुले, भाजपा राज में तो मॉडल स्कूल बने थे उसको तक को बेच दिये।
रमन राज में किसानों की जमीनें सरकार जबरिया लेती थी परिवर्तन हुआ कांग्रेस सरकार ने 1700 किसानों की 4200 एकड़ जमीनों को वापस किया।
भाजपा के राज में 15 सालों तक छत्तीसगढ़ के तीज त्योहारों संस्कृति को भुला दिया गया था, भूपेश राज में हालात बदल गये अब तीजा, पोरा, होली, आदिवासी दिवस, माता कर्मा जयंती मनाना शुरू हुआ है। आदिवासी परब सम्मान निधि से अब स्थानीय मान्यताओं को संवारा जा रहा है।
भाजपा राज में माता कौशल्या और भगवान राम को भी 15 सालों तक भुला दिया गया था, कांग्रेस सरकार ने भव्य माता कौशल्या मंदिर चंदखुरी में बनाया और भगवान राम वन गमन पथ बनाने का काम तीव्र गति से शुरू।
भाजपा राज में गौशालाओं के अनुदान के नाम पर 1067 करोड़ का घोटाला किया गया, भूपेश राज में 10 हजार गोठानों में गौसेवा का काम शुरू हुआ जहां लाखों महिला स्व सहायता समूह की बहने आत्म निर्भर हो रही है।
भाजपा किस बात के लिये परिवर्तन चाहती है, किसानों को मिलने वाली भरपूर कीमत या राज्य की बेरोजगारी दर आधा फीसदी है उसमें, आखिर किस बात का परिवर्तन चाहती है भाजपा।
पत्रकार वार्ता में महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला, वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी, वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा, संयुक्त महासचिव अजय साहू, प्रवक्ता वंदना राजपूत, प्रकाश मणि वैष्णव, अजय गंगवानी, ऋषभ चंद्राकर उपस्थित थे।