1945 में महात्मा गांधी की भी इसी तरह कार्टून तस्वीर बनाई गई थी और आज भूपेश बघेल का बनाया गया है दोनों में तीर चलाया जा रहा है
रायपुर/25 अक्टूबर 2023। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजपा के अधिकृत ट्विटर हैंडल में पिछड़ा वर्ग को रावण बताकर वध करने वाले पोस्ट की निंदा करते हुए कहा कि भाजपा के नेता लगातार ओबीसी वर्ग के नेता के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी कर रहे हैं स्तरहीन राजनीति कर रहे हैं और प्रदेश के ओबीसी वर्ग को अपमानित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार्टून तस्वीर बनाकर भाजपा उस पर तीर से हमला कर रही है क्या बीजेपी भूपेश बघेल के खिलाफ कोई गंभीर षड्यंत्र रच रही है? 1945 में भी महात्मा गांधी की इसी प्रकार से कार्टून तस्वीर बनाया गया था तस्वीर में नाथूराम गोडसे तीर धनुष लेकर हमला कर रहे थे।1948 में बापू की हत्या नाथूराम गोडसे ने किया था। रमन सरकार के दौरान झीरम घाटी नक्सली षड्यंत्र हत्याकांड हुआ था जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की शहादत हुई थी सुरक्षा के जवानों की शहादत हुई थी भाजपा हमेशा षड्यंत्र कर राजनीति करती है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सामाजिक बुराई छुआछूत को खत्म करने अभियान चलाया सभी वर्गों को उसका अधिकार देने आवाज उठाई इसके खिलाफ उस दौर में आरएसएस से जुड़े हुए लोग थे आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश के एसटी एससी ओबीसी वर्ग के हक अधिकार की आवाज उठा रहे जनसंख्या के आधार पर उन्हें कानूनी अधिकार देने की बात कर रहे हैं जातिगत जनगणना करने की घोषणा किये हैं। 76 प्रतिशत आरक्षण देकर ओबीसी को 27 प्रतिशतएसटी को 32 प्रतिशत एसी 13 प्रतिशत और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को 4 प्रतिशत आरक्षण देने कानून पास की है जो अब तक राज भवन में अटका हुआ है और भाजपा ही इसे अटाकाने के लिए जिम्मेदार है और भाजपा के नेता कई बार आरक्षण को खत्म करने की बात करते हैं और आज भाजपा के द्वारा जारी कार्टून तस्वीर 1945 की तस्वीर को याद करा कर डरा रही है आज भाजपा द्वारा बनाई गई तस्वीर हूबहू 1945 की तस्वीर के समान है तीर धनुष भी पिछड़े वर्ग पर चलाया जा रहा है भाजपा का आचरण भी पिछड़ा वर्ग विरोधी है भाजपा के षडयंत्रो के चलते प्रदेश के ओबीसी वर्ग को मिले 27 प्रतिशत आरक्षण का कानूनी अधिकार राजभवन में हस्ताक्षर नही होने के चलते रुका है।जातिगत जनगणना के खिलाफ भाजपा खड़ी है।