भाजपा आदिवासियों को बड़े सपने देखने से रोकती है – राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि भाजपा आदिवासियों को वनवासी कहती है और उन्हें अंग्रेजी सीखने से मना करती है क्योंकि वह नहीं चाहती कि वे ‘बड़े सपने’ देखें। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले यहां एक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधा और कहा कि वह आदिवासियों से अंग्रेजी नहीं सीखने के लिए कहते हैं, लेकिन भाजपा नेता अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में भेजते हैं। भाजपा ने आदिवासियों के लिए वनवासी शब्द का इस्तेमाल किया। वनवासी और आदिवासी के बीच बहुत बड़ा अंतर है। राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, आपने वह वीडियो देखा होगा जहां एक भाजपा नेता ने एक आदिवासी व्यक्ति पर पेशाब किया था। वह घटना भाजपा की मानसिकता को दर्शाती है।
उन्होंने कहा, आदिवासी शब्द का गहरा अर्थ है। यह जल, जंगल, ज़मीन पर आपके अधिकार को व्यक्त करता है। वनवासी का अर्थ है वे लोग जो जंगल में रहते हैं। भाजपा आपको वनवासी कहती है, हम कहते हैं आप आदिवासी हैं। भाजपा आपका अधिकार छीनती है, हम आपको अधिकार देते हैं। हम आपको गले लगाते हैं, भाजपा नेता आप पर पेशाब करते हैं। गांधी ने पूछा, देश में वन क्षेत्र सिकुड़ रहा है और जब यह अगले 15-20 वर्षों में गायब हो जाएगा, तो आदिवासी कहां जाएंगे, क्या वे सड़कों पर भीख मांगेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा, भाजपा नेता आपसे अंग्रेजी न सीखने के लिए कहते हैं। हम चाहते हैं कि आदिवासी युवा छत्तीसगढ़ी, हिंदी के साथ अंग्रेजी भी सीखें…भाजपा नेताओं से पूछें कि वे अपने बच्चों को किस स्कूल में भेजते हैं, अंग्रेजी माध्यम या हिंदी माध्यम। वे कहेंगे अंग्रेजी माध्यम में। जब उनके बच्चे अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ सकते हैं और बड़े सपने देख सकते हैं, तो आदिवासी बच्चे ऐसा क्यों नहीं कर सकते। वे नहीं चाहते कि आपके बच्चे अंग्रेजी सीखें, बड़े सपने देखें।
इसलिए वे आपको वनवासी कहते हैं… यह शब्द आपका अपमान है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हर भाषण में खुद को अन्य पिछड़ा वर्ग का बताते हैं और ओबीसी कल्याण की बात करते हैं, लेकिन जब कांग्रेस ने जाति जनगणना की मांग की, तो प्रधानमंत्री ने कहा कि केवल एक ही जाति है, गरीब। गांधी ने पूछा, तो आप खुद को ओबीसी क्यों कहते हैं? यदि केवल एक ही जाति है, तो अमीर कौन हैं? उन्होंने कहा, आप मोदी जी चुनाव जीतते हैं, हवाई जहाज में उड़ते हैं और करोड़ों रुपये के सूट पहनते हैं। क्या आपने कभी मोदी जी को एक कपड़े को दो बार पहने हुए देखा है? वह दिन में तीन-चार बार कपड़े बदलते हैं। जब ओबीसी को समर्थन की आवश्यकता होती है, तो आप कहते हैं कि केवल एक ही जाति है। मोदी जी खुद को ओबीसी बताते हैं, लेकिन जब ओबीसी का समर्थन करने का समय आता है तो कहते हैं कि ओबीसी कोई जाति नहीं है। गांधी ने कहा, हमने जाति आधारित जनगणना किया था। सारे आंकड़े सरकार के पास हैं।
हम नरेन्द्र मोदी जी से कह रहे हैं कि इसे जारी कीजिए ..अगली बार जब मोदी जी आएं तो ओबीसी युवाओं को उनसे अनुरोध करना चाहिए कि वे जाति आधारित जनगणना कराएं और उन्हें सच्चाई बताएं। वह आपको जवाब नहीं दे सकते क्योंकि ‘रिमोट कंट्रोल’ अडाणी के हाथ में है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में सरकार अडाणी चला रहे हैं। गांधी ने कहा, मेरे मीडिया के मित्र टेलीविजन पर 24 घंटे मोदी जी का चेहरा दिखाते हैं… (मोदी को टीवी पर दिखाने के लिए) क्या डील है? अडाणी जी टीवी पर मोदी की मार्केटिंग करते हैं और मोदी जी अडाणी को जल-जंगल-जमीन देते हैं। यह सच है और पूरा देश इसे जानता है। उन्होंने कहा, मैं जो कहता हूं वह करता हूं। छत्तीसगढ़ में मैंने वादा किया था कि (2018 में) धान के लिए 2500 रुपये प्रति क्विंटल दूंगा और इसे पूरा किया।
अब मैं कह रहा हूं कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता बरकरार रहने के बाद हम पहले दिन से ही जाति आधारित जनगणना शुरू कर देंगे। गांधी ने कहा, मुझे नहीं पता कि मोदी जी ऐसा करेंगे या नहीं, लेकिन यदि कांग्रेस पार्टी और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ केंद्र में सत्ता में आते हैं, तो जाति आधारित जनगणना की जाएगी और आंकड़े (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार के दौरान की गई जाति आधारित जनगणना के) जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे ओबीसी, दलित और आदिवासी युवाओं की नई कहानी शुरू होगी। कांग्रेस नेता ने भाजपा पर झूठ बोलने और झूठे वादे करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, भाजपा सत्ता में आते ही किसानों-मजदूरों का पैसा रोक लेती है और उनकी जमीन छीन लेती है। सारा लाभ अडाणी जी को मिलना शुरू हो जाता है। गांधी ने कहा, पिछली बार (2018 में) हमने धान के लिए 2500 रुपये प्रति क्विंटल देने का वादा किया था और उसे पूरा किया।