सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भी केंद्र की भाजपा की सरकार ने धर्मांतरण रोकने सख्त कानून नहीं बनाया – धनंजय सिंह
जब-जब चुनाव आयेंगे भाजपा को धर्म धर्मांतरण की याद आएगी
धर्मांतरण के नाम से भाजपा सिर्फ राजनीति की, रोकने कभी उपाय नहीं किया
रायपुर/15 फरवरी 2024। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के नेता जब धर्म धर्मांतरण की बात करें तो समझ जाना की कोई ना कोई चुनाव आने वाला है. भाजपा जनता की मूल समस्याओं और मुद्दों पर चर्चा करने से बचने के लिए धर्मांतरण की राग अलापना शुरू कर देते हैं. 15 साल के भाजपा शासन काल के दौरान प्रदेश में धर्मांतरण रोकने बने कानून का कड़ाई से पालन नहीं किया गया. जिसका ही परिणाम है की बड़ी संख्या में उस दौरान धर्मांतरण की घटनाएं हुई पांचवी अनुसूची क्षेत्र में बड़ी संख्या में चर्च का निर्माण हुआ. भाजपा सरकार के दौरान ही भाजपा नेता स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव को घर वापसी अभियान चलाना पड़ा था. यह भाजपा की धर्मांतरण को लेकर दो मुंही हकीकत है बीजेपी कभी नहीं चाहती कि धर्मांतरण को रोकने के लिए कोई कड़े कदम उठाया जाए क्योंकि धर्म धर्मांतरण भाजपा का सिर्फ चुनावी एजेंडा है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने 6 महीना पहले केंद्र की भाजपा सरकार को धर्मांतरण रोकने कड़े एवं सख्त कानून बनाने का निर्देश दिए हैं धर्मांतरण को राष्ट्रव्यापी समस्या माना गया है ऐसे में धर्मांतरण को लेकर राजनीति करने वाली संघ भाजपा की केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का अभी तक पालन क्यों नहीं किया है?
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि हर 10 साल में होने वाला जनगणना भाजपा की सरकार ने सिर्फ इसलिए नहीं करवाया है कि बीते 10 वर्षों में और कितने लोगों ने धर्म परिवर्तन किया है इसकी सच्चाई जनता के सामने उजागर हो जाएगा राज्य की भाजपा सरकार में तनिक भी नैतिकता है तो उन्हें राज्य निर्माण के बाद हुए धर्मांतरित लोगों की संख्या और चर्चो के निर्माण को लेकर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा एक ओर धर्मांतरण को लेकर चिंता जाहिर करती है दूसरी ओर धर्मांतरित लोगों को पार्टी के मुख्य धारा में जोड़ती है चुनाव लड़ने के लिए टिकट देती है और आम जनता को गुमराह करती है. भाजपा ने विपक्ष में रहते धर्मांतरण के नाम से सिर्फ राजनीति की है धर्मांतरण को लेकर तथ्यात्मक शिकायतें कभी दर्ज नहीं करवाई है. आज भी सदन में मोदी की गारंटी पर जनता कुछ सवाल ना खड़ा करें इसलिए जनता का ध्यान भटकाने के लिए फिर धर्म धर्मांतरण की बात कर रहे हैं।