कांग्रेस नेता झूठे कसीदे पढ़ने में अपनी ऊर्जा खपा रहे: श्रीचंद सुन्दरानी
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश कांग्रेस द्वारा जारी उस पुस्तक पर तंज कसा है, जिसमें प्रदेश सरकार की उपलब्धियों का स्तुतिगान हुआ है। भाजपा ने कहा है कि छह महीने के कार्यकाल में प्रदेश सरकार की नीयत, नीति और नेतृत्व पर प्रदेश की जनता ने अपने गहरे आक्रोश व अविश्वास की मुहर लगा दी है और कांग्रेस के लोग अपनी वृथा गाल बजा रहे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक श्रीचंद सुन्दरानी ने कहा कि यह पुस्तक भाजपा के दुष्प्रचार का जवाब बताकर कांग्रेस नेता अपने छलावों, वादों से साफ मुकरने और प्रतिशोध की राजनीति से उपजे जनाक्रोश के सामने शुतुरमुर्ग बनने का नाकाम प्रयास कर रहे हैं। जिस सरकार ने ऋण माफी के नाम पर किसानों से छलावा किया, बेरोजगारों के बेरोजगारी भत्ते का वादा भुला दिया, जिस सरकार ने शराबबंदी के नाम पर राजनीतिक नौटंकी का भौंडा प्रदर्शन कर महिलाओं का विश्वास तोड़ा, राजनीतिक प्रतिशोध के लिए कायदे-कानूनों की मर्यादा तक ताक पर रख दी और प्रशासनिक आतंकवाद सिर चढ़कर बोलने लगा, पत्रकारों की आवाज राजद्रोह जैसे अपराध दर्ज करके दबाने की शर्मनाक मिसाल पेश की, प्रदेश को अपराधों का गढ़ बना डाला, प्रदेश के आदिवासियों के नमक और चना पर बुरी नजर डाली, स्वास्थ्य सेवाएं जिस सरकार के राज में दम तोड़ती वेंटीलेटर पर नजर आ रही है, जो सरकार मरीजों के लिए जारी सुविधाएं अधर में लटका दे और पर्याप्त दवाओं तक का समय पर इंतजाम न कर सके, जो सरकार लगातार बिजली कटौती कर प्रदेश को अंधकार में धकेलने का काम करे, जो सरकार शिक्षाकर्मियों को संविलियन का वादा करके झांसे देने की मिसाल पेश करे, निर्माणधीन विकास कार्यों में अड़ंगे डालने का काम करे, उस सरकार के स्तुतिगान में निकाली गई यह पुस्तक महज झूठ, फरेब और राजनीतिक नौटंकियों का पुलिंदा भर है।
भाजपा प्रवक्ता श्री सुन्दरानी ने सवाल किया कि मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव में अपनी सरकार के कामकाज और कार्यप्रणाली पर वोट मांगा था, पर 68 विधायकों वाली कांग्रेस सरकार के 66 विधानसभा क्षेत्रों में पिछड़ने और लोकसभा की सिर्फ दो ही सीटें हासिल होने के बावजूद वे अपनी जिम्मेदारी क्यों नहीं ले रहे हैं? कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी मंत्रियों को 10 में 10 नंबर दे रहे हैं जबकि प्रदेश सरकार के मंत्रियों के बड़बोलेपन और राजनीतिक आचरण ने कई मौकों पर यह साबित किया है कि प्रदेश में न तो लोकतांत्रिक प्रतिबध्दता वाली समझदार सरकार काम कर रही है और न ही प्रदेश सरकार सामूहिक नेतृत्व की नीति पर चल रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री वन मैन शो चला रहे हैं और प्रदेश के कांग्रेस नेता उनके झूठे कसीदे पढ़ने में अपनी ऊर्जा खपा रहे हैं।