चंद्रशेखर साहू की माफी भाजपा की घड़ियाली आंसू — सुशील आनंद

0

 

जब भाजपा सरकार किसानों को धोखा दे रही थी तब क्यों चुप थे चंद्रशेखर….

 

रायपुर —  भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री चन्द्र शेखर साहू के द्वारा घूम-घूम कर किसानों से माफी मांगने को कांग्रेस ने नौटंकी बताया है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि चन्द्रशेखर साहू की यह नौटंकी भाजपा नेतृत्व की साजिश है जो किसानों के बीच गिर चुकी भाजपा की साख को बचाने के लिए की जा रही है। राज्य के किसानों की जितनी गुनाहगार भाजपा और उसकी पूर्व सरकार है उतने ही गुनाहगार चंद्रशेखर साहू भी है। चंद्रशेखर साहू भाजपा सरकार के एक कार्यकाल में मंत्री और दूसरे कार्यकाल में रसूखदार वित्त आयोग के उपाध्यक्ष के पद पर रहे है। जब उनकी सरकार किसानों से किये वायदे से मुकर रही थी जब किसानों को बोनस नही दिया जा रहा था, जब किसानों को वायदे के अनुसार 2100 रु. का समर्थन मूल्य नही दिया गया तब चंद्र शेखर साहू सरकार के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में उसके हर निर्णय के सहभागी थे, तब तो उन्होंने किसानों के साथ किये जा रहे वायदा खिलाफी के विरोध में एक शब्द भी नही बोला था। जब आर्थिक बदहाली के कारण प्रदेश के किसान आत्महत्या करने को मजबूर थे तब भी चंद्रशेखर साहू ने संवेदना के एक बोल नही बोला था। आज जब किसानों ने भाजपा को उसकी वायदा खिलाफी के लिए सत्ता से बेदखल कर दिया तब भाजपा की खोई जमीन तलाश करने चंद्रशेखर साहू घड़ियाली आंसू बहा रहे है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि भाजपाई कितना भी पश्चाताप करने की नौटंकी करें भाजपा की वायदा खिलाफी और कुशासन के दुष्परिणामों को किसानों और उनके परिवारों ने वर्षो तक भोगा है। प्रदेश में अब किसानों की खुशहाली का नया दौर शुरू हो गया है। राज्य की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों का कर्जा माफ कर दिया है। किसानों का धान 2500 रू. प्रतिक्विंटल में खरीदा गया। किसानों का सिंचाई कर माफ कर दिया गया है। किसानों की जमीनें जो उद्योगों के लिये जबरिया अधिग्रहित की गयी थी जिसमें उद्योग नहीं लगा उसको वापस किया जा रहा है। प्रदेश के किसान अपनी नई सरकार से खुश है। अब भाजपा कुछ भी कर लें, कुछ भी कह लें, किसान भाजपा सरकार के द्वारा किये गये अन्याय और वादाखिलाफी को भूलने वाले नहीं है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *