रायपुर में अखिल भारतीय रविदासिया धर्म संगठन ने दिया धरना,,
रायपुर — छत्तीसगढ़ से लेकर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की सड़कों पर आज अखिल भारतीय रविदासिया धर्म संगठन द्वारा संत रविदास जी की मंदिर तोड़े जाने से दलित संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। समाज के एक तबके में संत रविदास को मानने वाले लोगों की तादाद काफी ज्यादा है। बुधवार को दिल्ली के रामलीला मैदान से लेकर रविदासिया समाज व छत्तीसगढ़ मेहर समाज सहित अनुसूचित जाति वर्ग के समुदाय ने रायपुर के नलघर चौक राजीव गांधी के प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन किया। इससे पहले समान के लोगों ने सुबह 10 बजे नलघर चौक से लेकर घड़ी चौक होते हुए डॉ आंबेडकर चौक तक शांतिपूर्ण रैली निकाली गई। रायपुर में प्रदेश स्तरीय आंदोलन में राजधानी सहित अन्य जिलों से भी समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। शाम को रविदासिया धर्म संगठन के प्रतिनिधियों ने जिला अध्यक्ष कवि राज बिंझले के नेतृत्व में राज्यपाल से मिलकर राष्ट्रपति औऱ प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शन में अरविंद कुंभारे, सुरेंद्र कुम्भारे, सन्तोष चौहान, किशोर चौहान, देवेंद्र तांडेकर, रविन्द्र बर्वे , भीम रावजी जगने, कृष्णा मानकर, मुकेश बर्वे, रामदास मानकर सहित अन्य शामिल हुए। सन्त रविदास की दिल्ली स्थित 600 साल पुरानी मंदिर को तोड़ने से समाज में काफी आक्रोश है।
गुरु रविदास मंदिर दिल्ली के ‘जहाँपनाह सिटी फ़ॉरेस्ट’ के दक्षिण-पूर्वी छोर पर स्थित था। दिल्ली के तुग़लकाबाद में 9 अगस्त की सुबह दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गुरु रविदास मंदिर को ढहा दिया था जिस पर अब दिल्ली से लेकर देशभर में राजनीति गरमा गई है। तुगलकाबाद, दिल्ली में संत रविदासजी का मंदिर तोड़े जाने के बाद से चारों ओर विरोध हो रहा है. पंजाब के जालंधर सहित कई शहरों में सड़कों को जाम कर प्रदर्शन किया जा रहा है. दिल्ली-हरियाणा में भी विरोध-प्रदर्शन जारी है.
डीडीए (DDA) का आरोप है कि मंदिर का निर्माण जंगल की ज़मीन पर किया गया था। इस बारे में कई बार इसे हटाने के लिए कहा गया, लेकिन संत रविदासजी जयंती समारोह समिति ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. सुप्रीम कोर्ट (supreme court) का आदेश आने के बाद भी मंदिर को जंगल की ज़मीन से नहीं हटाया गया, तब जाकर 9 अगस्त को एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर को ढहाए जाने का आदेश जारी किया और डीडीए के दस्ते ने उस मंदिर को हटा दिया।