राजिम माघी पुन्नी मेला हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक — मुख्यमंत्री
रायपुर — मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीर्थ राजिम में कल 19 फरवरी से प्रारंभ हो रही राजिम माघी पुन्नी मेले के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा है कि राजिम में महानदी, सोंढूर और पैरी नदियों के त्रिवेणी संगम पर माघी पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक आयोजित होने वाला यह मेला छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। इस वर्ष अपने परम्परागत स्वरूप में आयोजित हो रहे माघी पुन्नी मेले के माध्यम से छत्तीसगढ़ के मेले-मड़ई की जन-जीवन से जुड़ी गौरवशाली संस्कृति को संजोने का प्रयास किया जा रहा है। भगवान राजिम लोचन और कुलेश्वर महादेव का यह पवित्र स्थान छत्तीसगढ़ सहित देश के हजारों लोगों की श्रद्धा और आस्था का प्रमुख केन्द्र है। इस मेले में प्रमुख रूप से स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान किया जाएगा। पंडवानी, भरथरी, राउत नाचा जैसे सांस्कृतिक आयोजनों के साथ कबड्डी, फुगड़ी और दौड़ जैसे ग्रामीण खेलों का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मेले में श्रद्धालुओं का स्वागत किया है।