ओबीसी समाज के सेमिनार का समापन….
रायपुर — प्रदेश के ओबीसी समाज के सेमिनार का समापन। सेमिनार में ओबीसी महासभा छत्तीसगढ़ के नेतृत्व में रखा गया था। जिसका उद्देश्य था पिछड़ी जातियों को जनसंख्या के आधार पर आरक्षण शिक्षा, नौकरी, व्यवसाय, राजनीति और पदोन्नति में आरक्षण का लाभ मिले। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अर्जुन हिरवानी ने प्रस्ताव को पढ़ा। जिसमें ओबीसी समाज के हितों और अधिकार को लेकर 10 सूत्रीय प्रस्ताव सर्वसम्मति से ओबीसी महासभा द्वारा पारित किया गया। सेमिनार में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए ओबीसी समाज के पदाधिकारी एवं बुद्धिजीवी वर्ग बड़ी संख्या में ओबीसी के लोगों की उपस्थिति रही। सेमिनार में कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन ओबीसी महासभा के प्रदेश महासचिव नरेंद्र वर्मा ने सफलतापूर्वक किया।
सेमिनार में मुख्य अतिथि प्रदेश साहू समाज अध्यक्ष अर्जुन हिरवानी, अध्यक्षता सीए विष्णु बघेल, विशेष अतिथि अश्वनी चंद्राकर प्रदेश अध्यक्ष चंद्राकर कुर्मी समाज, कात्यायनी देवी वर्मा, तेज बहादुर बंछोर, अनिल कुमार देवांगन अध्यक्ष ओबीसी महासभा शगुन लाल वर्मा, संयोजक कमलेश साहू की गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ।
ये प्रस्ताव हुए पारित …..
1. ओबीसी जनसंख्या के आधार पर 54% आरक्षण की मांग करता है।
2. मंडल कमीशन आंदोलन में एससी वर्ग दिए गए सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
3. ओबीसी महासभा एसटीएससी माइनॉरिटी के साथ मिलकर सभी आंदोलन में सहयोग प्रदान करेगा।
4. ओबीसी महासभा ने ओबीसी समाज के लिए 27% आरक्षण दिए जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का धन्यवाद और आभार व्यक्त किया।
5. ओबीसी समाज के लोग sc-st को अपना भाई मानते हुए उनको जातिगत अपमानित नहीं करेंगे व गांव-गांव में बैठक के माध्यम से भाईचारा स्थापित करेंगे।
6. ओबीसी क्रीमीलेयर का दायरा को पूर्णतः हटाए जाए और लोकसभा में ओबीसी समाज की जनसंख्या का सामाजिक, आर्थिक जनगणना को सार्वजनिक किया जाए।
7. सवर्ण वर्ग द्वारा ओबीसी के अधिकार का विरोध करना बंद करें अन्यथा शिक्षा, नौकरी, व्यवसाय, राजनीतिक, धर्म, मठ-मंदिरों में पिछड़ा वर्ग सवर्ण के प्रति असहयोग आंदोलन करने पर मजबूर होगा।
8. पिछड़ा वर्ग कर्मकांड में शिक्षित वर्ग द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के माध्यम से संपन्न कराएं और समाप्त कर ब्राह्मण की अनिवार्यता को समाप्त।
9. ओबीसी समाज के महापुरुषों के साहित्य के साथ-साथ महात्मा फुले, पेरियार और अंबेडकर साहित्य का और अध्ययन-अध्यापन भी कराए।
10. 82 प्रतिशत आरक्षण को 3% की बढ़ोतरी कर 85% करके व एससी के भाइयों को 16% आरक्षण दिया जाए।