भाजपा ने प्रदेश भर में धान खरीदी को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला

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“धान ला तोल नहीं ते हल्ला बोल”

 

रायपुर – भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ इकाई ने पूरे प्रदेश में कांग्रेस सरकार के खिलाफ धान खरीदी को लेकर अपनाई गई नीति के विरोध में व्यापक जनसमर्थन अभियान ‘धान ला तोल नहीं ते हल्ला बोल’ चलाया। पूरे प्रदेश में मंडल स्तर पर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा गया। रायपुर के बूढ़ापारा में भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में धरना दिया गया। धरना स्थल पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार किसान विरोधी है यदि कांग्रेस को किसानों की चिंता होती तो समय से धान की खरीदी होती और किसानों को इसका लाभ मिलता। उन्होंने कहा कि यह केवल बहानेबाजी करने वाली सरकार है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा ‘कौन है डॉ. रमन’ का जवाब देते हुए कहा डॉ. रमन किसान का बेटा है, भारतीय जनता पार्टी का एक कार्यकर्ता है, जो यहां खड़ा होकर अपनी बात कह रहा है कि 15 साल विकास के स्वर्णिम इतिहास को आपके 11 महीने के कार्यकाल में मिट्टी में मिला दिया है। डॉ. रमन सड़क पर, सदन में और हर मंच पर भूपेश बघेल को याद दिलाता रहेगा कि किसानों से किए वादे कब पूरा करेंगे। भूपेश सरकार में धान खरीदने वाले बिचौलियों का मजा हो रहा है। किसानों से अभी 12 सौ से 13 सौ में धान खरीद रहे हैं जिसे सरकार को 25 सौ में बेचकर मुनाफा कमाएंगे और अपना किसान भूपेश राज में ठगा जा रहा है। हम इन्ही किसानों के लिए धरना दे रहे हैं, ताकि जल्द खरीदी हो और किसान को उनकी मेहनत का उचित मूल्य मिले।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने कार्यकर्ताओं के साथ पखांजूर में धरना दिया और उन्होंने प्रशासन के नाम ज्ञापन भी सौंपा। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों का धान 25 सौ रुपये की दर से खरीदी नही जाती है तब तक भाजपा चैन से नहीं बैठेगी। उन्होंने कहा कि हमारे आंदोलन को पूरे प्रदेश में व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक बिल्हा व बोदरी मंडल में धरना प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के चलते अब किसानों को बिचौलियों के हाथ धान बेचने को विवश होना पड़ रहा है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार वक्त रहते धान खरीदी को लेकर कोई फैसला नहीं लेगी तो किसानों में अराजकता की स्थिति निर्मित हो जाएगी जिसके लिए किसानों के नाम पर हाथ में गंगाजल लेकर सौगंध खाने वालें लोग जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि धान खरीदी को लेकर फैसला तो रायपुर से ही होना है, दिल्ली का नाम तो केवल नाकामी छिपाने के लिए लिया जा रहा है। हमारी सरकार में एक नवंबर से ही धान की खरीदी शुरू की जाती थी लेकिन, कांग्रेस की सरकार खरीदी को लेकर स्पष्ट नीति नहीं बना पा रही है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल कसडोल में धरना प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए। कवर्धा में संतोष पाण्डेय प्रदेश महामंत्री व सांसद राजनांदगांव और अभिषेक सिंह जी पूर्व सांसद धरना प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदेश भर में सांसद व विधायकों ने धरना में हिस्सा लिया। कवर्धा में सांसद संतोष पाण्डेय, रतनपुर में सांसद अरुण साव, सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व पदाधिकारी शामिल हुए।

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