छत्तीसगढ़ राज्य किसानों से 2500 रूपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने वाला देश का पहला राज्य — भूपेश बघेल

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रायपुर — मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है। यहां की 75 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। किसानों की समृद्धि के लिए उनसे 2500 रूपये प्रति क्विंटल दर से धान की खरीदी की गई है। छत्तीसगढ़ राज्य किसानों से 2500 रूपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने वाला देश का प्रथम राज्य है। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज जांजगीर-चांपा जिले के विकासखण्ड मालखरौदा के ग्राम सतगढ़ में छत्तीसगढ़ चन्द्रनाहू (चन्द्रा) कुर्मी समाज के 75 वें वार्षिक महा अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर श्री बघेल ने सामाजिक भवन निर्माण के लिए 15 लाख रूपये की मंजूरी की घोषणा की। इसके पहले श्री बघेल को लड्डू से तौलकर और महामाला पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया गया।
        मुख्यमंत्री श्री बघेल ने महा अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि चन्द्रनाहू (चन्द्रा) कुर्मी समाज छत्तीसगढ़ का जागरूक और शिक्षित तथा मेहनतकश समाज है। यह समाज कृषि कार्य के साथ-साथ शिक्षा और व्यवसाय में भी अग्रणी है। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण में चन्द्रनाहू कुर्मी समाज का भी महत्वपूर्ण योगदान है। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की नई सरकार ने अपने गठन के पहले दिन से ही जनता की भलाई के लिए तेजी से कदम बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि नई सरकार के गठन होने के दो घंटे मे ही 16 लाख 65 हजार किसानों का लगभग 6 हजार 230 करोड़ रूपये का अल्पकालिक कृषि ऋण माफ कर दिया। इसी तरह धान की खरीदी 2500 रूपया प्रति क्विटंल के हिसाब से खरीदी की गई है। बिजली की अधिकतम  400 यूनिट खपत करने वाले लोगों का बिजली बिल आधा कर दिया गया है। अपै्रल माह में बिजली बिल आधा आयेगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी भाईयों के लिए तेन्दूपत्ते के संग्रहण की दर चार हजार रूपये प्रति मानक बोरा कर दी गई है। पहले उन्हें 25 सौ रूपये प्रति मानक बोरा दर से राशि मिलती थी। इसी तरह प्रति राशन कार्ड 35 किलो चावल दिया जाएगा। पहले प्रति राशन  कार्ड मात्र सात किलो चावल दिया जाता था। उन्होंने कहा कि अब राज्य शासन द्वारा लघु वनोपज की खरीदी दर में भी वृद्धि की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि जांजगीर-चांपा जिले में पॉवर प्लांट स्थापित करने के लिए 42 ओ.एम.यू. किया गया है। जांजगीर-चांपा जिले में यदि 42 पॉवर प्लांट लग जाते तो यहां राखड़ ही राखड़ दिखाई देते लेकिन अब यहां अब कृषि आधारित उद्योग स्थापित किये जाएंगे। इससे यहां की कृषि भूमि की भी सुरक्षा होगी और किसानों के आय में वृद्धि होगी।
         
 मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी ‘नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी‘ का प्रबंधन ग्रामीण अर्थव्यवस्था में गहराई से जुड़ा है। छत्तीसगढ़ में पहले दो से तीन फसल लेते थे, लेकिन खुले मंे पशुओं के कारण अब एक फसल लेने मंे भी मुश्किल आती है। यदि पशुओं को बारह महीने एक जगह गोठान में रखा जाए, उनके लिए पानी, चारा और सेड की व्यवस्था कर दी जाए तो उस प्रबंध व्यवस्था से कम्पोस्ट खाद, वर्मी खाद और बायो गैस का उत्पादन होगा और क्षेत्र के युवकों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि प्रथम चरण में प्रत्येक जिले के प्रत्येक विकासखण्ड के 15 प्रतिशत गांवों में मजबूत और टिकाऊ गोठान का निर्माण किया जाएगा। गोठान निर्माण के लिए भूमि का चिन्हांकन कर निर्माण का कार्य भी प्रारंभ कर दिये गये है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शराबबंदी और नशाबंदी लागू किया जाएगा। इनके लिए समाज को भी आगे आने की जरूरत है। ताकि शराबबंदी के साथ-साथ नशाबंदी का कार्य भी हो सके। उन्होंने कहा कि चन्द्रनाहू (चन्द्रा) कुर्मी समाज का 75वां वार्षिक महा अधिवेशन एक सामाजिक कार्यक्रम है ऐसे कार्यक्रम से सामाजिक संगठन मजबूत होता है। भाईचारे का रिश्ता बनता है। इससे सामाजिक समरसता बरकरार रहती है। उन्होंने समृद्ध, सुघ्घर छत्तीसगढ़ के लिए सभी को मिल-जुलकर कार्य करने की बात कही।
          इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने समाज के डिप्टी कलेक्टर पद पर चयनित कुमारी रेखा चन्द्रा, डीएसपी पद पर चयनित प्रतिभा चन्द्रा, तथा पीएससी के माध्यम से अन्य पदों पर चयनित समाज के युवाओं और कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने  वाले कृषकों को प्रमाण पत्र और शील्ड प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया। इसके पहले समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को अभिनंदन पत्र, नागर और गाय-बछड़ा का प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया

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