नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा का हाल विधानसभा चुनाव की तरह ही होगा — धनंजय सिंह
कांग्रेस नगरी निकाय चुनाव में अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर इतिहास रचेगी
रायपुर/05 दिसंबर 2019 — भाजपा का विधानसभा चुनाव में जो हाल हुआ है वही स्थिति नगरीय निकाय चुनाव में भी होंगे। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार के 11 महीने के कार्यकाल के जन हितेषी कार्यों को मिल रहे जनसमर्थन के बाद भाजपा नगरीय निकाय चुनाव में मुद्दाविहीन हो चुकी है। ढाई करोड़ जनता ने डॉ रमन सिंह के 15 साल के शासनकाल के बाद विधानसभा चुनाव में भाजपा की जो हालात किए हैं, वही स्थिति फिर भाजपा की नगरीय निकाय चुनाव में होगी। कांग्रेस द्वारा टिकट वितरण में अपनाई गई, लोकतांत्रिक प्रक्रिया पारदर्शिता एवं तेरा मेरा के भावना से हटकर कार्यकर्ताओं के पक्ष में लिए गए निर्णय से कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है। कांग्रेस के टिकट वितरण की सराहना आम जनता भी कर रही है। आम कार्यकर्ता एवं जनता के बीच निरंतर बने रहने वाले कार्यकर्ताओं को वार्ड के प्रत्याशी बनाए जाने से कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है, इसका लाभ कांग्रेस को नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम में मिलेंगे। कांग्रेस अपने पिछले नगरीय निकाय चुनाव के रिकॉर्ड को इस बार तोड़कर ऐतिहासिक जीत दर्ज कराएगी। नगरीय निकाय चुनाव में छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा को सबक सिखाएगी। किसानों के धान खरीदने में केंद्र सरकार के द्वारा बार-बार लगाई जा रही अड़ंगा से छत्तीसगढ़ का किसान परिवार भाजपा से नाराज एवं आक्रोशित है। छत्तीसगढ़ भाजपा नेताओं के किसान विरोधी चेहरा छत्तीसगढ़ की जनता ने देख लिया है नगरीय निकाय चुनाव के भाजपा को छत्तीसगढ़ के हित का विरोध करने का परिणाम भोगना पड़ेगा।
प्रदेश प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार ने 11 महीने में नगरीय निकाय क्षेत्रों में कोई नया कर जनता के ऊपर नहीं लादा। विकास कार्यों के नाम से किसी गरीब के मकान दुकान को नहीं तोड़ा। बिजली बिल हाफ से जनता आर्थिक राहत महसूस कर रही है। किसानों के कर्ज माफी, धान के 2500 रू. प्रति क्विंटल की दर से खरीदी, जाति प्रमाण पत्र के सरलीकरण, नगरीय निकाय क्षेत्रों को टेंकर मुक्त करना एवं घर-घर में निःशुल्क नल पहुंचाने की योजना से कांग्रेस सरकार के प्रति आम जनता का विश्वास मजबूत हुआ है। नगरीय निकाय क्षेत्रों में भाजपा शासनकाल में हुई भ्रष्टाचार एवं मूलभूत सुविधाओं में लगाए गए अड़ंगा का पर्दाफाश होने से भाजपा आम जनता के बीच नगरीय निकाय चुनाव में जाने से डर रही है। भाजपा के कार्यकर्ता भी 11 महीने के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की कामों की सराहना कर रहे है और भाजपा के 15 साल के शासनकाल से तुलना कर रही हैं तो 11 महीने की भूपेश बघेल की नेतृत्व वाली सरकार को छत्तीसगढ़ के लिए बेहतर मान रही हैं। इसके बाद भाजपा नगरीय निकाय चुनाव में कहीं भी खड़ी नजर नहीं आ रही है। भाजपा में नगरीय निकाय चुनाव में हुई टिकट वितरण से भाजपा के मठाधीश बन चुके नेताओं का सीधा हस्तक्षेप से और मेरा तेरा की भावना से कार्यकर्ता आहत हैं। भाजपा में टिकट वितरण के पश्चात बड़े नेता आपस में उलझ रहे हैं तो कार्यकर्ता भी पार्टी को छोड़कर जा रहे हैं। भाजपा नगरीय निकाय चुनाव लड़ने से पहले मैदान छोड़कर जाने की स्थिति में है। कांग्रेस अधिकांश नगरीय निकाय सीटों में जीत दर्ज कराएगी।