मुख्यमंत्री आंवलाचक्का में आयोजित 18 गढ़ उरांव समाज के महासम्मेलन में शामिल हुए !
उरांव समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया……
रायपुर — मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज महासमुंद जिले के सरायपाली विकासखंड के ग्राम आंवलाचक्का में 18 गढ़ उरांव समाज के 35वां महासम्मेलन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि उरांव समाज के विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र बनाने में होने वाली परेशानियों को देखते हुए नियमानुसार प्रक्रियाओं के तहत जहां भी त्रुटि है की जांच करवाकर उन्हें दूर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उरांव समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की नई सरकार ने अपने गठन के पहले दिन से ही जनता की भलाई के लिए तेजी से कदम बढ़ाया है। किसानों का अल्पकालिक कृषि ऋण माफ करने के साथ धान की खरीदी कीमत और तेंदूपत्ता संग्राहकों से तेंदूपत्ता खरीदने की राशि बढ़ाई गई है। छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी ‘नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी‘ का प्रबंधन ग्रामीण अर्थव्यवस्था में गहराई से जुड़ा है। इसे जमीन पर उतारने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिनों-दिन भू-जल स्तर नीचे चला जा रहा है। नरवा के संरक्षण से भू-जल स्तर बना रहेगा। उन्होंने कहा कि गांव में मवेशी चराने वाले यादव समुदाय को गोठान की देख रेख के लिए महात्मा गांधी नरेगा योजना से पारिश्रमिक भी दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने किसानों से फसल के अवशेष खेत में नहीं जलाने की अपील की। इससे धरती की उर्वरा शक्ति कम होती है। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक द्वारा महाविद्यालय खोलने की मांग पर अगले बजट में शामिल करने का आश्वासन दिया। उन्होंने समाज के सभी वर्गों संगठित रहकर शिक्षा, स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया तथा नशापान जैसे कुरीतियों से दूर रहने की समझाईश दी।