भाजपा ने जनता को ठगने संकल्प पत्र के नाम से नया दस्तावेज जारी किया – कांग्रेस
जानबूझकर निकायों के अधिकार सीमा से बड़े-बड़े वायदे किये
भाजपा का घोषणा पत्र अतार्किक, हास्यास्पद, अप्रसांगिक
रायपुर/16 दिसंबर 2019 — नगरीय निकाय चुनावों के लिये भारतीय जनता पार्टी द्वारा जारी किये गये संकल्प पत्र को कांग्रेस ने जनता को ठगने की कोशिश में जारी किया गया एक और दस्तावेज बताया है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा द्वारा जारी किया गया घोषणा पत्र अतार्किक, अप्रसांगिक और तथ्यहीन है। बड़ा ही हास्यास्पद है कि नगरीय निकायों के लिये किये गये वायदों में भाजपा निकायों के अधिकार और उसकी सीमाओं को भूल गयी। जिस घोषणा पत्र के संयोजक बृजमोहन अग्रवाल जैसे वरिष्ठ और विधिक संसदीय मामलों के जानकार नेता हो वह समिति नगरीय निकायों के द्वारा राज्य और केन्द्र सरकार के समान वायदे कर रही है जिसे पूरा करना उनके अधिकार में ही नहीं है। इसका सीधा-सीधा अर्थ है। भारतीय जनता पार्टी चुनाव में मत हासिल करने के लिये जानबूझकर सोची समझी रणनीति के तहत अपने घोषणा पत्र के माध्यम से झूठ बोल रही है।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि चुनावों में वायदा कर उसे भूल जाना भाजपा की पुरानी फितरत है। झूठे और लोक लुभावन वायदों के दम पर ही तो भाजपा छत्तीसगढ़ में तीन बार सरकार बनाई थी। 2003 से लेकर हर विधानसभा चुनावों में किसानों से आदिवासियों से वायदे ही तो करते थे, संकल्प लेते थे, चुनाव के बाद भूल जाते थे। नगरीय निकाय चुनाव 2019 के संकल्प पत्र में भी भाजपा 2013 के विधानसभा चुनाव की भांति ‘‘पहल’’ शब्द के नाम से जनता को फिर ठगना चाहती है। इस संकल्प पत्र में कुल 11 वायदों का पहल करने की बात कही गयी है। पहल क्या होता है? पहल की जगह करेंगे क्यों नहीं लिखा? 2013 में कहा था 2100 रू. धान का समर्थन मूल्य देने की पहल करेंगे, बाद में कहा हमने वायदा थोड़ी किया था पहल करेंगे कहा था, प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर पहल कर दिया। जनता भाजपा के धोखेबाजी वायदा खिलाफी वाले चरित्र को समझ चुकी है। लोग अब भाजपा के बहकावे में नहीं आने वाले। जनता जानती है उनके शहरों को बेहतर विकास कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है। राज्य में भी कांग्रेस की सरकार है स्थानीय निकायों में कांग्रेस के प्रतयाशी जीतकर आयेंगे तो विकास बेहतर सामंजस्य से होगा।