ठेकेदार के चंगुल से छुट कर मीना बाई को मिला नया जीवनदान
रायपुर, 19 दिसम्बर 2019 – जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा विधानसभा क्षेत्र के मुलमुला ग्राम की श्रीमती मीना बाई मानिकपुरी को ठेकेदार के चंगुल से छुट कर नया जीवनदान मिला है। श्रीमती मानिकपुरी अपने इस आप बीती को बताते हुए कहती हैं कि हम लोगों की रिहाई किसी बुरे सपने से कम नहीं है। हम सभी 30 मजदूर विगत एक वर्ष से कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के ईट भट्टे में बंधक बनकर मजदूरी कार्य कर रहे थे। जहां पर हम सभी भय और आतंक के साए में जीवन ज्ञापित कर रहे थे। हम पर इतनी बंदिश थी कि हाट बाजार जाने पर हमारे पीछे ठेकेदार के लोग साथ जाते थे। मजदूरी के पैसे मांगे जाने पर हमें ठेकेदार के द्वारा मार डालने की धमकियां मिलती थी और साथ ही हमें यह बताया गया की हमारे मेट ने हम सभी लोगों को 5 लाख रुपए में ठेकेदार को बेच दिया गया है। हमारे कार्य को लेकर वह कहते थे कि कचरा ईंट बनाते हो तो खाने में भी कचरा सामग्री ही मिलेगी। इस भययुक्त और डरावने वातावरण में मौत का साया हमेशा मंडराते रहता था और रह-रहकर मन में यह ख्याल आता है था कि हम अपने घर को वापस कभी नहीं देख पाएंगे और यही हमारी मौत हो जाएगी। श्रीमती मीना बाई ने बताया कि एक वर्ष पूर्व हम सभी लोगों को हमारे गांव मुलमुला से लवन लाया गया। लवन से रायपुर, रायपुर से गोंदिया, गोंदिया से अरंगपुर से ईट भट्टे में पहुंचा दिया गया। छत्तीसगढ़ राज्य के मुखिया श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार की पहल पर विगत दिनों कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के एक भट्टे से इन मजदूरों को छुड़वा कर इनके घर भेजा गया है। राज्य सरकार के द्वारा पलायन नीति के तहत इन्हें प्राथमिकता से रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। श्रीमती मानिकपुरी अपनी रिहाई के उपरांत बड़ी ही भावुकता से राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया और मिले इस जीवनदान के लिए धन्यवाद दिया।