छत्तीसगढ़ की बहन-बेटी के सशक्त होने से बढ़कर खुशी नहीं हो सकती– मुख्यमंत्री बघेल
सर्व सेन समाज के महिला महासम्मेलन में शामिल हुए मुख्यमंत्री……..
सामाजिक भवन बनाने की घोषणा ……
रायपुर — मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में छत्तीसगढ़ सर्वसेन समाज के प्रदेश स्तरीय महिला महासम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने सेन समाज की महिलाओं को पहली बार सम्मेलन के आयोजन करने के लिए बधाई दी और कहा कि छत्तीसगढ़ की बहन-बेटी की सशक्त होने से बढ़कर कोई दूसरी खुशी नहीं हो सकती। उन्होंने सेन समाज की मांग पर महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए समाजिक भवन बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि रायपुर के महापौर इस सामाजिक भवन का निर्माण कराएंगे, मैं उनकी ओर से घोषणा करता हूं।
श्री बघेल ने कहा कि सेन समाज ने सालों से समाज में अपना विश्वास अर्जित किया है वह आज भी कायम है। उन्होंने कहा कि समाज के कई वर्ग धोबी-नाई धीरे-धीरे अपने पारंपरिक और पैतृृक व्यवसाय से दूर होते जा रहे हैं। इन पारंपरिक व्यवसायों के विकास और उत्थान के लिए सरकार हर संभव सहयोग करेगी। उन्होंने सेन समाज की महिलाओं के लिए रोजगार और प्रशिक्षण केन्द्र की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर पूरा करने का आश्वासन दिया। श्री बघेल ने इस अवसर पर समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाली और प्रतिभावान महिलाओं को सम्मानित भी किया। इसमें रायपुर की दिव्यांग सुश्री दामिनी शामिल हैं, सुश्री दामिनी के दोनों हाथ नहीं है और वे पैर से पेंटिंग करती हैं और लिखती हैं। मुख्यमंत्री ने कोण्डागांव में सेलून चलाने वाली महिला सुश्री सुनीता सेन और आठवीं में 99 प्रतिशत अंक लाने वाली रायपुर की कृतिका सहित समाज की अनेक महिलाओं को स्मृति चिन्ह और शॉल देकर सम्मानित किया।
सम्मेलन में संस्कृति मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने महिलाओं को संबोधित करते हुए ने कहा कि संगठन के माध्यम से बड़ा से बड़ा काम भी सहजता से हो जाता है,इसलिए समाजिक संगठनों को मजबूत करना आवश्यक है। उन्होंने सभी से सामाजिक सद्भाव और एकता की भावना बनाए रखने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री किसान पुत्र हैं जिनके कथनी और करनी में भेद नहीं हैं। उन्होंने जनघोषणापत्र में किए गए सभी वायदों को सरकार द्वारा पूरा करने का आश्वासन दिया।
छत्तीसगढ़ सर्वसेन समाज के महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष सुश्री मोना सेन ने बताया कि घर की चार दीवारी से बाहर की दुनिया से अनिभिज्ञ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और महिलाओं की प्रतिभाओं से परिचित कराने के लिए पहली बार प्रदेशस्तर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया है । इस अवसर पर महापौर श्री प्रमोद दुबे सहित बड़ी संख्या में सेन समाज की महिलाएं और नागरिक उपस्थित थे।