विश्व कैंसर दिवस पर झारखंड को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए प्लेज फॉर लाइफ तंबाकू मुक्त युवा अभियान
35 हजार लोगों की सालाना मौत
रांची, 4 फरवरी 2020 — झारखंड को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए प्लेज फॉर लाइफ तंबाकू मुक्त युवा अभियान का आगाज किया गया है, जिसमें राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवक अह्म रोल अदा करेंगे। इसके लिए तंबाकू व अन्य उत्पादों की रोकथाम के लिए एनएसएस के युवा विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन प्रदेशभर में करेगे। इंस्टीट्यूट आॅफ लीगल स्ट्डीज हाल में मंगलवार को विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर रांची यूनिवर्सिटी, एनएसएस सेल, संबंध हेल्थ फाउंडेशन (एसएचएफ) ने और अल्लामेलू चेरीटेबल फाउंडेशन की और से एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारियों और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवकों के लिए प्लेज फॉर लाइफ तंबाकू मुक्त युवा अभियान पर एक दिवसीय जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में विश्वविद्यालय की लगभग 80 एनएसएस इकाइयों ने भाग लिया। कार्यशाला में एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारियों और स्वयंसेवकों ने खुद को तंबाकू से दूर रखने और दूसरों को भी इस घातक लत से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित करने का संकल्प लिया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए रांची यूनिवर्सिटी के एनएसएस कोर्डिनेटर डा.ब्रजेश कुमार ने कहा, “हम इस क्षेत्र में काम करने के लिए उत्साहित हैं क्योंकि हर साल इससे हो रही झारखंड के लोगों की मृत्यु की संख्या सुनकर हम चिंतित हैं। इसको रोकना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। एनएसएस से जुड़े सभी युवकों में तंबाकू उत्पादों के सेवन करने की शुरूआत को रोकने के लिए समुदाय को संगठित करें, तो इससे समाज में एक उल्लेखनीय बदलाव आएगा। हम इस नेक काम के लिए प्रतिबद्ध हैं।” युवाओं को नियमित रुप से यूनिवर्सिटी परिसर व अपने क्षेत्र में जाकर जो लोग इन उत्पादों का सेवन करते है उन्हे इसके दुष्परिणाम के बारे में बताना होगा, ऐसा नियमित करने से वे इसका सेवन बंद कर देंगे।
झारख्ंाड में 88 लाख तंबाकू यूजर
कैंसर रोग विशेषज्ञ डा.अमितेश आनंद ने कहा, तंबाकू का उपयोग शरीर के हर अंग को नुकसान पहुंचाता है। युवाओं में तंबाकू उत्पादों के सेवन की शुरूआत को रोकना अब तक तंबाकू की महामारी को रोकने का सबसे अच्छा समाधान और उपाय है। उन्होंने कहा रोकथाम इलाज से बेहतर है। एनएसएस जैसे युवा संगठन राज्य में तंबाकू के व्यापक प्रचलन के खिलाफ काम कर इसे कम करने में मदद करेंगे। झारखंड में 88 लाख लोग (38.9 प्रतिशत) किसी न किसी रुप में तंबाकू व अन्य धूम्रपान उत्पादों को उपभोग करते है। इसके साथ ही यंहा पर 147 बच्चे प्रतिदिन तंबाकू का सेवन शुरू करते हैं। जिसमें 11.1 प्रतिशत स्मोकिंग,35.4 स्मोकलेस का उपभोग करते है। इनके सेवन से होने वाली बीमारियेां से हर साल 35000 लोगों की मृत्यु होती है।
उल्लेखनीय है कि युवा और खेल मंत्रालय, भारत सरकार, झारख्ंाड में राष्ट्रीय सेवा योजना ( एनएसएस) के माध्यम से तम्बाकू के उपयोग से होने वाले भारी स्वास्थ्य मुद्दों के समाधान के लिए बड़ी पहल कर रहा है। क्षेत्रीय निदेशालय और राज्य राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) ने ‘प्लेज फॉर लाइफ – झारखंड में तंबाकू मुक्त युवा अभियान के लिए योजना बनाया है। ‘प्लेज फॉर लाइफ – तंबाकू मुक्त युवा अभियान’ माननीय राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद द्वारा प्रेरित और केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा समर्थित है। यह अभियान युवाओं को तंबाकू का उपयोग करने से रोकने और अन्य लोगों को भी ऐसा करने से रोकने के लिए निवारक रणनीतियों पर केंद्रित है। यह अभियान वर्तमान में असम, दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के राज्यों में चलाया जा रहा है।
इस मौके पर एसएचएफ के ड.सेामिल रस्तौगी ने कहा, “ 88 लाख से अधिक लोग धूम्रपान और चबाने वाले तंबाकू का उपयोग करते हैं। इससे जो उपयोगकर्ताओं और गैर-उपयोगकर्ताओं दोनों पर प्रमुख स्वास्थ्य प्रभाव पड़ता है। रोकथाम पर आधारित ऐसे अभियान सामाजिक सुधार लाने के के प्रति प्रतिबद्ध हैं। एनएसएस ने समाज कल्याण में चमत्कार किया है। अब वे प्लेज फॉर लाइफ-टोबैको फ्री यूथ कैंपेन के जरिए समुदाय में इस बदलाव को लाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।”
ये रहे उपिस्थत
रांची यूनिवर्सिटी के एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी, रिम्स की अर्पिता राय, स्वयंसेवक, एसएचएफ के प्रमेाद कुमार, टाटा ट्रस्ट के नीरज कोशिक इत्यादि भी उपस्थित रहे।